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मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह

चंडीगढ़, 31 मई, 2024 तनाव हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है और यदि इसे ठीक से संबोधित नहीं किया गया, तो यह बढ़ सकता है और अवसाद, चिंता, पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी), ओबसेसिस-कॉम्प्युलसिव डिसऑर्डर (ओसीडी) आदि जैसे जटिल मानसिक विकारों को जन्म दे सकता है। मानसिक स्वास्थ्य में सुधार और रखरखाव के महत्व को उजागर करने के लिए, मई को हर साल मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। 
 
फोर्टिस अस्पताल, मोहाली के मेंटल हेल्थ एंड बेहेवियरल साईंसेज के सीनियर कसल्टेंट डॉ. हरदीप सिंह ने एक सलाह के माध्यम से आरटीएमएस (रिपिटिटिव ट्रांसक्रानियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन) पर प्रकाश डालते हैं, जो कुछ चुनिंदा केंद्रों पर डिप्रेशन और ओसीडी के इलाज के लिए नवीनतम उपचार विकल्प उपलब्ध है।

आरटीएमएस ( रिपिटिटिव ट्रांसक्रैनियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन ) प्रक्रिया के बारे में बताते हुए, डॉ. सिंह ने कहा, आरटीएमएस एक नाॅन- इनवेसिव और दर्द रहित प्रक्रिया है जो मस्तिष्क के विशिष्ट क्षेत्रों को लक्षित करती है जिसमें मैग्नेटिक फिल्ड का उपयोग मस्तिष्क के विशिष्ट क्षेत्रों को स्टिमुलेशन या दबाने के लिए किया जाता है। यह मैग्नेटिक स्टिमुलेशन डिप्रेशन और चिंता विकारों के इलाज में मदद करती है।

डॉ. सिंह ने कहा कि आरटीएमएस ब्रेन स्टमुलेशन थैरपी का एक रूप है जिसका उपयोग डिप्रेशन, चिंता, ओबसेसिस-कम्पसिचव डिसऑर्डर  (ओसीडी), दर्द विकार, माइग्रेन, धूम्रपान रोकने आदि के इलाज के लिए किया जाता है। फोर्टिस मोहाली सबसे उन्नत उपचार विकल्पों का दावा करता है। आरटीएमएस मानसिक और व्यवहार संबंधी विकारों के उपचार में मददगार साबित हुआ है। उपचार में बार-बार चुंबकीय तंरगे देना शामिल है।
 
लाभ आरटीएमएस के लाभों पर चर्चा करते हुए, डॉ. सिंह ने कहा, प्रक्रिया नाॅन-इनवेसिव होती है और इसे ओपीडी में किया जा सकता है। इसमें एनेस्थीसिया देने की आवश्यकता नहीं होती है। आरटीएमएस के दौरान, मरीज 4-6 सप्ताह तक सप्ताह में लगभग पाँच दिन, 30 मिनट तक चलने वाले दैनिक सत्र प्राप्त करते हुए जागृत और संवादशील होते हैं। यह उन मामलों में अधिक प्रभावी हो सकता है जहां रोगियों पर दवा का अच्छा असर नहीं हो रहा हो।

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