पंचकुला, 01 जून 2024 : गंभीर मोटापे और मोटापे से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही 44 वर्षीय महिला को पंचकुला के पारस हॉस्पिटल में एक नई जिंदगी दी गई। पीड़ित महिला मरीज का वजन 144 किलोग्राम था और बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 50 से था। महिला ने लेप्रोस्कोपिक स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी कराई और एक महीने में 8 किलो वजन कम किया। अब उनके शरीर से चर्बी लगातार कम हो रही है। 40 से ज्यादा BMI होने पर मॉर्बिड मोटापा हाइपरटेंशन, स्लीप एपनिया और यहां तक कि कुछ कैंसर जैसी कई बीमारियों के होने के खतरे को बढ़ाता है। इस केस में अत्यधिक वजन के कारण हाइपरटेंशन, हाइपोथायरायडिज्म, घुटने में दर्द और स्लीप एपनिया की समस्या थी। इन समस्याओं ने महिला के रोजमर्रा के जीवन और संपूर्ण स्वास्थ्य को मुश्किल बना दिया था।
केस की गंभीरता और जटिलता को समझते हुए पारस अस्पताल, पंचकुला की एक्सपर्ट टीम ने इलाज के लिए मल्टीडिसिप्लिनरी दृष्टिकोण अपनाया। डॉ. अमित बंसल, सीनियर कंसल्टेंट-जनरल और मिनिमल एक्सेस सर्जरी, पारस हेल्थ पंचकूला ने एक्सपर्ट्स की एक टीम - डॉ. रॉबिन, पल्मोनोगिस्ट; डॉ. सुमित जैन, फिजिशियन; डॉ. गौरव पालीके, एंडोक्राइनोलॉजिस्ट; और डॉ. राकेश कोचर, मेडिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट के साथ मिलकर एक व्यापक प्री-ऑपरेटिव जांच की। इसमें फेफड़ों के कार्य का मूल्यांकन, ब्लड प्रेशर को सामान्य करना, अंतर्निहित हार्मोनल कारणों को दूर करना और पाचन तंत्र को स्वस्थ करना शामिल था।
इस केस के बारे में बात करते हुए डॉ. अमित बंसल, सीनियर कंसल्टेंट-जनरल और मिनिमल एक्सेस सर्जरी, पारस हेल्थ पंचकूला ने कहा, "पूरी तरह से जांच के बाद मरीज़ ने लेप्रोस्कोपिक स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी करवाई। इस न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया में पेट की थैली को छोटा करना, भोजन का सेवन कम करना और वजन कम करना होता है। लेप्रोस्कोपिक तकनीक कई तरह के महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करती है। जैसे कि पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना इस तरह की सर्जरी में छोटे चीरे लगाए जाते हैं, तेजी से रिकवरी होती है और ऑपरेशन के बाद कम दर्द होता है।”
उन्होंने आगे बताया, “मरीज की सर्जरी सफल रही। ऑपरेशन के बाद उन्होंने अच्छी रिकवरी की। स्थिर स्थिति में उन्हे हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। उनकी जरूरतों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई डाइट योजना का पालन करते हुए वह एक स्वस्थ भविष्य की यात्रा पर निकल पड़ी हैं। यह सर्जरी उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया है। इस सर्जरी ने उन्हें अपना वजन नियंत्रित करने और अपने समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए उपकरण और सहायता प्रदान की है।”
यह केस पारस अस्पताल, पंचकुला की एडवांस्ड लेप्रोस्कोपिक बैरिएट्रिक सर्जरी के साथ-साथ व्यापक प्री और पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल प्रदान करने की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। गंभीर मोटापे और इससे होने वाले स्वास्थ्य खतरों से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए पारस अस्पताल आशा की किरण प्रदान करता है। अस्पताल एक स्वस्थ और ज्यादा फुलफिलिंग लाइफ (पूर्ण जीवन) का मार्ग प्रशस्त करता है।
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