चंडीगढ़, 20 जून 2024: दुनिया की अग्रणी कंज्यूमर पैकेज्ड गुड्स कंपनी पेप्सिको इंडिया ने आज रेवोल्यूशनरी - नारी के लिए एक क्रांति को लॉन्च करने की घोषणा की है। 1,000 दिनों तक चलने वाले इस प्रयास का उद्देश्य संगठनों के कंसोर्टियम के साथ मिलकर में देश भर में 1 मिलियन महिलाओं को सशक्त बनाना है। जागरूकता पैदा करने पर केंद्रित यह कार्यक्रम महिलाओं को पूरी जानकारी के साथ कैरियर संबंधी निर्णय लेने में मदद करेगा। साथ ही यह रोजगार प्राप्त करने की उनकी क्षमता को बेहतर बनाने के लिए उन्हें कौशल विकास के अवसर प्रदान करेगा। इसके अलावा यह एफएमसीजी सेक्टर के विभिन्न स्तरों पर सेल्स, मैन्युफैक्चरिंग और कृषि जैसी गैर-परंपरागत भूमिकाओं में नौकरी की बेहतर संभावनाएं पेश करने के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष अवसर उपलब्ध कराएगा। समुदाय की सामूहिक भलाई के लिए एक सहयोगी दृष्टिकोण पर जोर देने वाले ‘पार्टनरशिप ऑफ प्रोग्रेस’ पर केंद्रित पेप्सिको इंडिया के सिद्धांतों पर चलते हुए, बदलाव लाने वाला यह कार्यक्रम पूरे भारत में कार्यशील लोगों के बीच स्त्री और पुरुष के भेद को खत्म करेगा।
रिवोल्यूशनरी पेप्सिको इंडिया के पेप+ (पेप्सिको पॉजिटिव) फिलॉसफी पर आधारित है। यह प्रयास सीधे तौर पर इसके प्रमुख स्तंभों - पॉजिटिव एग्रीकल्चर और पॉजिटिव वैल्यू चेन से जुड़ा हुआ है। ये स्तंभ पर्यावरण और समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए कंपनी के भविष्य के प्रयासों को दिशा प्रदान करते हैं। पॉजिटिव एग्रीकल्चर की बात करें तो इसका उद्देश्य महिलाओं के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए कंपनी की एग्रीकल्चर सप्लाई चेन और समुदायों के लोगों की आय को बढ़ाना है। वहीं पॉजिटिव सप्लाई चेन का उद्देश्य कंपनी के विविधता, समानता और समावेशन के एजेंडे पर चलते हुए महिलाओं की रोजगार प्राप्त करने की क्षमता को बढ़ाने के लिए डिग्री, वोकेशनल ट्रेनिंग, स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम उपलब्ध कराना है।
जागृत कोटेचा, चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, पेप्सिको इंडिया और साउथ एशिया ने कहा, "रेवोल्यूशनरी को लॉन्च करते हुए हम बेहद गर्व का अनुभव कर रहे हैं। यह समुदायों को सशक्त बनाने, पॉजिटिव एग्रीकल्चर और पॉजिटिव सप्लाई चेन का निर्माण करने की हमारी पेप+ (पेप्सिको पॉजिटिव) फिलॉसफी को मूर्त रूप प्रदान करता है। सावधानीपूर्वक तैयार की गई तीन साल की रणनीति के माध्यम से, हमारा लक्ष्य पूरे भारत में गैर-पारंपरिक भूमिकाओं में महिलाओं के लिए नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाना है। इसी के साथ ही हमारा लक्ष्य भविष्य को ध्यान में रखते हुए विकास करने और लिंग आधारित समानता के लिए एक समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ साझेदारी करते हुए विकास की गति को तेज करना है। पेप्सिको इंडिया सकारात्मक बदलाव लाने के लिए विविधता और समावेशन की ताकत को पहचानता है। हमारा मानना है कि महिलाओं में निवेश करते हुए, हम अपने देश के लिए एक समावेशी भविष्य में निवेश कर रहे हैं।"
लॉन्च के बारे में बात करते हुए पवित्रा सिंह, सीएचआरओ, पेप्सिको इंडिया एंड साउथ एशिया ने कहा, "रेवोल्यूशनरी - नारी के लिए एक क्रांति का लॉन्च, पेप्सिको इंडिया की विविधता, समानता और समावेश के लिए बीते एक दशक की प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हमने भारत में 1 मिलियन महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी सफर की शुरुआत की है। इसके तहत महिलाओं के समग्र विकास में उनकी मदद की जाएगी, साथ ही सफलता हासिल करने के लिए उन्हें सही राह चुनने में सहायता की जाएगी। हमारा ध्यान सिर्फ अवसर प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि हमारा लक्ष्य समाज में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और उनका समर्थन करने के तरीकों में एक मौलिक बदलाव लाने पर जोर देना है। रणनीतिक हस्तक्षेप और ठोस प्रयासों के माध्यम से, हम गैर-परंपरागत भूमिकाओं में अधिक न्यायसंगत अवसरों की नींव रख रहे हैं, जिससे पूरे भारत में महिलाओं की आजीविका में वृद्धि हो रही है।"
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