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नाटक --- "नागिन नीरा" ने किया सबको भावुक

Chandigarh :देश की पहली महिला जासूस“‘नीरा आर्य  की जीवनी  पर आधारित है नाटक --"नागिन नीरा" जो नीरा के ही इर्दगिर्द घूमता नीरा की सच्ची देश भक्ति को हमारे सामने ला खड़ा करता है। नीराआर्य,नेता जी सुभाषचंद्र बोस के नेतृत्व में बनाई गई आजाद हिन्द फौज, में जासूस थी।उनका विवाह ब्रिटिश CID अफसर जयरंजन दास से हुआ।जयरंजन को नीरा के बारे में ये पता चल गया था कि वो नेताजी के लिए काम करती है।ब्रिटिश सरकार ने भी इस बात का फायदा उठाया और जयरंजन को नेता जी को मारने भेजा।नीरा को इस की भनक लग गई थी इसलिए उन्होंने पहले ही नेता जी को सावधान कर दिया। एक दिन जयरंजन नीरा का पीछा करते हुए INA कैंप आ पहुंचा। वहां नेता जी को देखते ही उसने उनपे गोली चलादी।जिसमें से एक गोली नेताजी के ड्राइवर को लगी और एक गोली उनके पास से निकल गई।उसी वक़्त मौका मिलते ही नीरा ने अपने पति के ऊपर संगीन से हमला कर दिया और उनको मौत के घाट उतार दिया। इस जुर्म के लिए उन्हें कला पानी की सजा हुई। आजादी के बाद वो रिहा हो गई। उन्होंने अपना बाकी का जीवन हैदराबाद शहर में गुमनामी में फूल बेचकर किया । उन्होंने सरकारी पेंशन लेने से भी मना करदिया। वो जिस कुटिया में रहती थी वो भी हटा दी गई । 1998 हैदराबाद में ही  एक सरकारी अस्पताल में उनका देहांत हो गया। मंचन के दौरान नीरा के धैर्य और उसकी पीड़ा देख  दर्शकों की आंखे नाम हो गई। इस नाटक के बीच में तमाम शहीदों को मौन रख श्रद्धांजलि भी दी गई। साथ ही सब से आह्वाहन भी किया गया की आओ अधिकारों के साथ अपने कर्तव्यों की भी बात करें और देश में जहाँ कहीं भी हम कुछ ऐसा करें जो देश हित में हो। आओ देश के सच्चे सिपाही बने। 

“नागिन नीरा”नाटक की पटकथा लेखन और कथा वाचन किया सर्वप्रिय निर्मोही ने। इस नाटक का निर्देशन किया सुभाशीष नियोगी ने। इस नाटक का मंचन  डी सी मॉन्टेसरी सीनियर सेकंडरी स्कूल, मणिमाजरा में हुआ।“नागिन नीरा”नाटक में डी सी मॉन्टेसरी स्कूल के कुल 12 अभिनेताओं ने काम किया जिसमें से 12 छात्र और 1 उन्हीं के स्कूल की अध्यापिका थी। इस नाटक  को करने के पीछे  हमारा एक ही मकसद था कि हम नीरा आर्य और उन जैसे न जाने कितनी वीरांगनाएं, कितने वीर, आजादी के मतवालों को श्रद्धांजलि दे सकें जिनके नाम शायद आज भी गुमनाम है जो मातृ भूमि के लिए अपना सर्वस्य न्यौछावर कर गए । भारत सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत वीर गाथाओं में नीरा आर्य की बहादुरी और त्याग की गाथा को शामिल किया।
नाटक के कलाकार:
1. नीराआर्य: दीक्षाशर्मा (अध्यापिका)
2. नेताजीसुभाषचंद्र बोस: हरकीरत 
3. नेताजीकाड्राइवर: देव
4. ब्रिटिशCID अफसर: साहिल
5. ब्रिटिशजेलर: आदर्श
6. ब्रिटिश सिपाही 1: आर्णत
7. ब्रिटिश सिपाही 2: हेमंत
8. रानी1 (INA महिलासैनिक): जपजीत 
9. रानी 2 (INA महिला सैनिक):भव्या
10. रानी3 (INA महिलासैनिक):सृष्टि 
11. रानी4 (INA महिलासैनिक):दिव्या 
12. हैदराबादी निवासी1:  रीता
13. हैदराबादी निवासी 2: सोनू 
14 लाइट एंड साउंड किया  काैतिक सेन ने।

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