चण्डीगढ़ : गत रोज गढ़वाल सभा की आम बैठक हुई थी जो विवादों में घिर गई है। सभा के अनेक सदस्यों ने इस बैठक में संविधान की धज्जियाँ उड़ाने के आरोप जड़े है। एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रबुद्ध नागरिक ग्रुप, गढ़ समाज, चण्डीगढ़ के अध्यक्ष बीएस बिष्ट ने आरोप लगाया कि वर्तमान में संस्था पर काबिज ग्रुप ने पिछले नौ सालों में तमाम संविधान विरोधी कृत्य करते हुए ना तो कोई जनरल हाउस बुलाया और ना ही आय व्यय का पर्याप्त लेखा जोखा दिया जबकि संविधानानुसार हर साल आम बैठक बुलाई जानी चाहिए व हिसाब किताब की मंजूरी लेना भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कल की बैठक में धक्केशाही व तानाशाही पूर्ण व्यवहार किया गया जिसे गढ़वाल समाज कभी भी माफ़ नहीं करेगा। संस्था के पूर्व अध्यक्ष बीबी बहुगुणा ने कहा कि गढ़वाल समाज के लोग बेहद शांतिपूर्ण व गरिमापूर्ण होते हैं परन्तु वर्तमान पदाधिकारियों ने गढ़वाल समाज की गरिमा को गिराया है जिससे सभी बेहद आहत हैं। इसे कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कल की बैठक में चुनाव अधिकारियों के चयन के समय डिवीज़न ऑफ़ वोट माँगा था जिसे अनसुना करके एकतरफा कार्यवाई करके चुनाव अधिकारी घोषित कर दिए। बहुगुणा जो सेवानिवृत वैज्ञानिक हैं, ने कहा कि जिन्हें चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है, उनका व्यवहार भी सही नहीं है व उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता, इसलिए प्रबुद्ध नागरिक ग्रुप, गढ़ समाज से जुड़े लोग 14 मई को रजिस्ट्रार से मिल कर संस्था के पारदर्शी व निष्पक्ष चुनाव करने हेतु ज्ञापन सौंपेंगे व उनसे 12 मई को आयोजित की गई आम बैठक को रद्द करने तथा चुनाव अपनी अपनी निगरानी करने की मांग की जाएगी।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष कुंदन लाल उनियाल, पंडित लाखी राम, सुभाष शास्त्री, जेके नैथानी, जगदम्बा बिजल्वाण, जगदीश रावत व शैलेष शर्मा आदि भी मौजूद रहे।
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