चंडीगढ़:-चंडीगढ़ उपायुक्त कार्यालय में चुनाव ऑब्जर्वर और चुनाव अधिकारी के सामने आज उस समय अजीब सी और विवाद की स्थिति पैदा हो गई, जब निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आबंटन के दौरान उनकी इच्छानुसार मांगे गए चुनाव चिन्ह आपस मे 02- 02 लोगों की प्रथम मांग पर अटक गये। दरअसल 02 निर्दलीय उम्मीदवारों ने यहां चुनाव चिन्ह गन्ना किसान अप्लाई किया था तो वहीं 02 अन्य ने भी अपना चुनाव चिन्ह बैटरी टार्च मांगा था। गन्ना किसान वाले निर्दलीय उम्मीदवार तो यहां चुनाव चिन्ह के लिए अड़ गए, बाद में ड्रा से इसका समाधान निकाला गया। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार महंत रविकांत मुनि उदासी ने अपने साधु स्वभाव की उदारता से बड़पन दिखाते हुए बिना किसी विवाद के अपने प्रतिद्वंद्वी को स्वेच्छा से खुशी खुशी चुनाव चिन्ह बैटरी टार्च दे दिया और बाद में मिले लेटरबक्स चुनाव चिन्ह को स्वीकार किया। जिसकी वहाँ मौजूद सभी उम्मीदवारों और चुनाव अधिकारी विनय प्रताप सिंह ने भी प्रशंसा की।
महंत रविकांत ने कहा कि वो यहां चंडीगढ़ की जनता को गोहत्या के पाप से मुक्त करने और जनता में अपनी बात रखने के लीये आये हैं न कि आपस मे लड़ने या उलझने। उन्होंने कहा कि अपनी चुनावी मुहिम को वो कल से अमली जामा पहनाने जा रहे हैं। वो शहर निवासियों से सम्पर्क साध उन्हें गोहत्या बन्दी कानून, सरकारी दखल के बिना हिन्दुओ को अपने धर्मस्थलों के प्रबंध का अधिकार, पंजाब के आतंकवाद पीड़ितों को 84 के दंगा पीड़ितों की तर्ज पर मुआवजा और न्याय, चंडीगढ़ को चण्डिका माता की नगरी के रूप में विकसित करने जहां कोई भी दुःखी ना हो इन मुद्दों के पक्ष में मतदान करने की अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके एजेंडे बड़े ही स्पष्ट हैं।
No comments:
Post a Comment