चंडीगढ़:-सावन माह चल रहा है, ऐसे में भगवान शिव की आराधना शुरू हो जाती है। सावन महीने को शिव भक्ति के लिए जाना जाता है। इस दौरान चारों तरफ भोले बाबा के नाम की गूंज सुनाई देती है। शिव भक्त इस पूरे माह में पूरी तरह से शिव की साधना में लीन होते हैं। कहते हैं माता पार्वती ने भी शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए सावन महीने में ही कठोर तप किया था और उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया। लिहाजा अच्छे वर की प्राप्ति के लिए इस महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना जरूर करनी चाहिए।
इसी पवित्र सावन मास के उपलक्ष्य में रविवार को श्री बाला जी सेवा प्रचार मंडल की तरफ से शिव विवाह कथा ( भगवान शिव की महिमा का गुणगान) का आयोजन किया गया । प्राचीन शिव मंदिर सेक्टर 21-सी में सांय 6.00 बजे से आयोजित इस शिव विवाह कथा में जंगम बाबा ( पठानकोट वाले ) द्वारा भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया गया।
आयोजकों के अनुसार सावन माह में सच्चे मन से भोले बाबा की भक्ति करते है तो मनोकामना जरूरी पूरी होती है। मान्यता है कि सच्चे मन से भोले के भजन सुनने से भी मन को शान्ति मिलती है। रात्रि 9.00 बजे तक शिव की महिमा का गुणगान के उपरांत प्रभु भक्तों में प्रसाद बांटा गया। श्री बाला जी सेवा प्रचार मंडल सेक्टर 21 द्वारा पहले 02 कार्यक्रम ‘प्रभात फेरी ‘और ‘बाला जी की चौकी' का आयोजन किया जा चुका है। इसी कड़ी में सावन माह के शुभ अवसर के उपलक्ष्य में शिव विवाह कथा का आयोजन किया गया है।
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