चण्डीगढ़ : कार्डियक साइंसेज़ के क्षेत्र में एक अग्रणी और प्रतिष्ठित संस्थान मुकट हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट, चण्डीगढ़ ने एक बार फिर अत्याधुनिक तकनीक को अपनाते हुए फिलिप्स अज़्यूरियन कैथ लैब की शुरुआत की है। कैथ लैब भारत में गिनी-चुनी जगहों पर ही उपलब्ध है तथा यह तकनीक कॉरपोरेट हेल्थकेयर सेक्टर में चण्डीगढ़ के लिए एक नई उपलब्धि है। नीदरलैंड की यह फिलिप्स अज़्यूरियन तकनीक इमेज-गाइडेड इंटरवेंशनल प्रक्रियाओं में सबसे कम विकिरण के साथ अत्यधिक सटीकता, सुरक्षा और दक्षता प्रदान करती है, जिससे हृदय, रक्त नलिकाओं और न्यूरोलॉजिकल संबंधी जटिल प्रक्रियाएं अधिक प्रभावी रूप से की जा सकती हैं।
इस नई सुविधा का उद्घाटन आज अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. रवि इंदर सिंह ने वरिष्ठ डॉक्टरों, अस्पताल प्रशासन और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में किया। इस अवसर पर डॉ. सिंह ने कहा कि फिलिप्स अज़्यूरियन कैथ लैब की स्थापना मुकट हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट में चण्डीगढ़ और आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए विश्वस्तरीय कार्डियक देखभाल को और नज़दीक लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा उद्देश्य सबसे उन्नत निदान और उपचार प्रक्रियाओं को अधिक सुरक्षित, सटीक और प्रभावशाली तरीके से प्रदान करना है।
उन्होंने बताया कि वे रोगी की देखभाल, तकनीक और चिकित्सीय नवाचार में उत्कृष्टता के प्रति निरंतर प्रतिबद्ध हैं।
इस नई कैथ लैब में फ्लैट डिटेक्टर तकनीक, रियल टाइम इमेज प्रोसेसिंग, सहज यूजर इंटरफेस, तेज़ गति से स्थिति बदलने की क्षमता, मरीज के अनुभव को बेहतर बनाने वाला शांत सुपर कूल जनरेटर और एक्स-रे बीम फिल्टर्स के साथ डॉक्टरों, स्टाफ और मरीजों के लिए न्यूनतम विकिरण आदि कई अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, बेहतर इमेज क्वालिटी और मशीन के संचालन को सक्षम बनाने वाला उन्नत सॉफ़्टवेयर, रक्त नलिकाओं के बेहतर अवलोकन के लिए आईवीयूएस (इन्ट्रावैस्कुलर अल्ट्रासाउंड) तकनीक, और स्टेंट की स्पष्ट लाइव इमेजिंग के लिए स्टेंट बूस्ट टेक्नोलॉजी जैसी खूबियां भी शामिल हैं। विशेष रूप से, आईवीयूएस तकनीक के जरिए धमनी के अंदर की प्लाक और कोलेस्ट्रॉल जमाव की स्थिति देख कर भविष्य के जोखिमों का आकलन करना संभव हो गया है।
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