चंडीगढ़, 28 अप्रैल :पांचवें चंडीगढ़ म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल का दूसरा दिन सिनेमैटिक आर्ट के जोशीले उत्सव के रूप में नज़र आया।पूरा दिन विचारोत्तेजक सत्रों, आकर्षक पैनल चर्चाओं और प्रभावशाली फिल्म स्क्रीनिंग्स के नाम रहा। भारतीय फिल्म और संगीत उद्योग की जानी-मानी हस्तियों ने मंच पर आकर अपने अनुभव, प्रेरणाएं और सोच को साझा किया। फेस्टिवल के दूसरे दिन बड़ी संख्या में सिनेमा प्रेमियों ने इस सभी कार्यक्रमों का आनंद लिया।
प्रसिद्ध अभिनेता श्री अनंग देसाई, श्री अली असगर, सुश्री प्रीति सप्रू, श्री दिव्येंदु भट्टाचार्य और निर्देशक श्री राहुल रवैल ने टॉक शोज़ के दौरान दर्शकों का दिल जीत लिया। सबने अपनी रचनात्मक यात्रा तथा भारतीय सिनेमा के बदलते परिदृश्य पर बहुमूल्य विचार प्रस्तुत किए।
एक्टर अली असगर ने भी इवेंट के दौरान अपने विचार शेयर किए* , उन्होंने कहा, "सिनेमा समाज का आइना है और एक आर्टिस्ट के तौर पर हमारी जिम्मेदारी है कि हम सच्चाई को पूरे यकीन के साथ दिखाएं। ऐसे फेस्टिवल्स, जैसे सीएमएफएफ, हमें ऑडियंस और बाकी कहानीकारों से जुड़ने का शानदार मौका देते हैं, जो हमें याद दिलाते हैं कि परफॉर्मेंस में असलियत की कितनी ताकत होती है।"
*सीएमएफएफ के फेस्टिवल डायरेक्टर श्री राजेश शर्मा ने दिन की सफलता पर टिप्पणी करते हुए कहा,* "हर वर्ष हम इस फेस्टिवल को एक ऐसा मंच बनाने का प्रयास करते हैं जहाँ रचनात्मकता और संस्कृति का विकास हो। इस वर्ष जो ऊर्जा और जुनून हमने देखा है, वह यह साबित करता है कि सिनेमा के भविष्य को आकार देने में सीएमएफएफ जैसे मंचों की भूमिका निरंतर बढ़ रही है।"
दूसरे दिन फिल्मों के साथ साथ लघु फिल्मों का प्रदर्शन भी हुआ। इन फिल्मों के कारण माहौल और भी अधिक ज्ञानवर्धक और सरस बना गया। रविंदर बराड़ द्वारा निर्देशित फिल्म 'छलेड़ा' का प्रदर्शन एक विशेष आकर्षण था। इस फिल्म की कहानी की गहराई और विजुअल पेशकश पर लेकर खूब चर्चा हुई।
पैनल चर्चाओं में भारतीय फिल्म उद्योग के भविष्य और फिल्म निर्माताओं के समक्ष बढ़ती चुनौतियों को लेकर चर्चा हुई। साथ ही सांस्कृतिक तथा सामाजिक सेतु बनाने में कहानी की महत्वपूर्ण भूमिका जैसे विषयों पर भी गहन विमर्श हुआ।
अपने जीवंत कार्यक्रम और उत्साही माहौल के साथ सीएमएफएफ के दूसरे दिन ने उत्सव के आगामी दिनों के लिए एक उच्च मानक स्थापित कर दिए हैं।
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