आज केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार सूद की अगुवाई में शहर के सरकारी महाविद्यालयों में कार्यरत कांट्रेक्ट असिस्टेंट प्रोफेसर्स का एक शिष्ट मंडल अपनी मांगो को लेकर एडवाइजर माननीय श्री धर्मपाल से मिला।
मांगों में यूजीसी का संशोधित वेतन आयोग लागू करने, यूजीसी की तर्ज पर वर्ष 2016 से बकाया राशि की एकमुश्त अदायगी और कांट्रेक्ट असिस्टेंट प्रोफेसर्स के भविष्य को सुरक्षित व सुनिश्चित करने के लिए एक स्थाई व स्थिर पॉलिसी बनाने आदि विषय चर्चा के केन्द्र में रहे। सलाहकार महोदय ने चर्चित विषयों को सुनकर उन पर कडा संज्ञान लेते हुए कहा कि शिक्षक देश राष्ट्र निर्माण में एक सूत्रधार की भूमिका निभाते हैं।
आपकी मांगो पर शीघ्र अति शीघ्र कर्मचारी हितेषी उचित, सकारात्मक व राहतयुक्त निर्णय लेने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात की जाएगी।
शिष्ट मंडल में कांट्रेक्ट असिस्टेंट प्रोफेसर्स यूनियन के प्रधान प्रो रितेश नागपाल, उप प्रधान प्रो चंद्र जसवाल व प्रो पल्लवी मिश्रा, प्रो प्रीत इंद्र, प्रो मोहित वर्मा व प्रो लीम चंद उपस्थित थे।
आल कांटरैकचुअल कर्मचारी संघ के चेयरमैन बिपिन शेर सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ के शिक्षा, उच्च व तकनीकी शिक्षा में लगभग 1000 टीचर्स, लेक्चरर व असिस्टेंट प्रोफेसर 20 -20 वर्षों से कांट्रैक्ट पर कार्यरत हैं परन्तु चंडीगढ़ प्रशासन ने इन कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए आज तक कोई सुरक्षित पालिसी नहीं बनाई है जिसकी वजह से इन कांट्रैक्ट कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में है ।।
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