चंडीगढ़:-हर किसी का मन होता है कि त्योहार को बेहतर तरीके से सेलीब्रेट किया जा सके। पर कुछ मजबूरियां होती हैं कि वे उस तरीके से त्योहारों को सेलीब्रेट नहीं कर सकते हैं। शहर की कुछ समाजसेवी संस्थाएं हैं जो हर त्योहार को गरीब, मजबूर या फिर घरों में काम करने वाली महिलाओं के साथ मनाती हैं। चंडीगढ़ की समाजसेवी संस्थाओं द लास्ट बेंचर, भारत विकास परिषद ईस्ट 1 एवम ग्रीन लेन वेलफेयर सोसाइटी ने इस बार प्री करवाचौथ सेलिब्रेशन एम ओ एच के अधीन में काम करने वाली महिलाओं के साथ मनाया। इस मौके पर संस्थाओं के पदाधिकारियों ने उन्हें सुहागी के साथ-साथ श्रृंगार का सामान, कलश और मिठाई दी। इस अवसर पर द लास्ट बेंचर की प्रेसिडेंट सुमिता कोहली और उनकी टीम, भारत विकास परिषद ईस्ट 1 की प्रमुख नीलम गुप्ता और उनकी टीम सहित ग्रीन लेन वेलफेयर सोसाइटी की प्रेसिडेंट संगीता अग्रवाल और उनकी टीम सहित ऋतु भंडारी और जागृति इत्यादि उपस्थित थीं।
द लास्ट बेंचर की प्रेसिडेंट सुमिता कोहली का कहना है कि उन्हें त्योहार ऐसे लोगों के साथ मनाने से सुकून मिलता है और वह चाहती हैं कि कुछ ही पैसों में जो अपने घर के साथ-साथ हमारे घर को संभालती हैं, तो क्यों न उनकी खुशियों को बांटा जाए और उनकी खुशियों में शामिल हुआ जाए। उनका कहना है कि ऐसा वो कई सालों से कर रही हैं और कोई भी त्योहार हो चाहे होली, दिवाली या फिर करवा चौथ वह काम करने वाली महिलाओं के साथ सेलीब्रेट करती हैं। उन्होंने कहा कि त्योहारों की ही बात नहीं है, वह जो कोई भी गरीब या फिर मजबूर होता है, उसकी मदद को हमेशा आगे रहती हैं। उनका मानना है कि किसी की मदद अगर हो जाए और उसकी चेहरे पर मुस्कान आ जाए, तो इससे बेहतर जिंदगी में और क्या हो सकता है। उनका फोकस रहता है कि जो मजबूर हैं उनकी मदद की जाए। जब किसी की मदद से बाद जो दुआ मिलती है वह सबसे बड़ा सुकुन देती हैं।
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