Chandigarh,12 अक्तूबर 2021चितकारा कॉलेज ऑफ एजुकेशन (सीसीई) ने बी.एड. और एम.एड. छात्रों के अल्फा शिक्षक और अल्फा मास्टर बनने की अपनी बौद्धिक यात्रा के पहले दिन उनका स्वागत किया। प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना अभिनेत्री और एक्टिविस्ट पद्मभूषण डॉ. मल्लिका साराभाई तथा लेखक, शिक्षक और इतिहासकार, विक्रमजीत सिंह रूपराय, को इस मौके पर परफार्मिंग आट्र्स विषय पर विशेष सत्र के लिए रिसोर्स पर्सन के रूप में आमंत्रित किया गया था। उन्होंने "एजुटेनमेंट कथा" और "द आर्ट ऑफ़ स्टोरीटेलिंग इन टीचिंग" पर अत्यधिक समृद्ध और आकर्षक सत्रों के माध्यम से, क्लासरूम पेडेगोगी- रिस्ट्रक्चरिंग टूल के रूप में परफार्मिंग आट्र्स के उपयोग के बारे में नए बैच को जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि थिएटर और परफॉर्मिंग आर्ट्स एक प्रेरक शिक्षण पद्धति है, जो न केवल दिमाग के रचनात्मक पक्ष को संलग्न करती है, बल्कि छात्रों के अध्ययन के पैटर्न में एक आदर्श संतुलन भी प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि चूंकि छात्र थ्योरी में पूरी तरह से डूब जाते हैं ऐसे में प्रयोगात्मक शिक्षण उन्हें फिर से जीवंत करने में मदद करता है। डॉ साराभाई और रूपराय ने इस तरह के प्रभावशाली बी.एड. और एम.एड. प्रोग्राम को विकसित करने के लिए चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रशंसा की जो कि इंडस्ट्री की जरूरतों के मुताबिक हैं और जनरेशन अल्फा व जनरेशन जेड लर्निंग स्टाइल्स की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं।
ओरिएंटेशन प्रोग्राम मे नए बैचों को संबोधित करते हुए, चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो वाइस चांसलर डॉक्टर मधु चितकारा ने कहा कि जब हम मिलेनियल व डिजिटल नेटिव्स, आज की पीढ़ी के विद्यार्थी जो डिजिटल और टेक्नोलॉजी में कहीं ज्यादा निपुण हैं, को पढा रहे हैं ऐसे में नवीनतम एजुकेशनल ट्रेंड्स व तकनीकों को अपनाना बहुत महत्वपूर्ण हैं। छात्रों की किसी विषय पर ध्यान देने की अवधि जब कम होती है ऐसे में एक शिक्षक के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि वह गतिशील शिक्षार्थियों के लिए आकर्षक पाठ्यक्रम तैयार करे। शिक्षा में परफार्मिंग आर्ट्स को शामिल करने से विद्यार्थियों को अपने मन, शरीर और भावनाओं को एक सहयोगी अभिव्यक्ति में शामिल करने का एक उत्कृष्ट अवसर मिलता है। डॉक्टर मधु चितकारा ने कहा कि इस विषय के जाने माने महारथी डॉ मल्लिका साराभाई और श्री विक्रमजीत सिंह रूपराय ने अपनी शिक्षाप्रद विशेषज्ञ वार्ता और कार्यशाला में इसे शानदार ढंग से चित्रित किया।
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