चंडीगढ़ 26 फरवरी 2023:चितकारा इंटरनेशनल स्कूल ने साहित्य और विचारों के उत्सव "चितकारा लिट -फेस्ट का चंडीगढ़ में अपने परिसर में आयोजन किया। इस कार्यक्रम में जिन जाने माने लेखकों, कवियों और कलाकारों ने हिस्सा लिया उनमें जावेद अख्तर, उषा उत्थुप, इरशाद कामिल, लक्ष्मी धौल, खुशवंत सिंह, डॉ नीलिमा चिटगोपेकर, सुदीप सेन, सुमित समोस, एमी सिंह, ऋचा लखेरा, डॉक्टर झिलम चटराज, बीर सिंह, नीलेश कुलकर्णी, निखारिका भुवानिया, डॉ. गुरप्रताप खैराह, निरुपमा दत्त, बलप्रीत और डॉ. अमन एस महाराज शामिल थे।
चितकारा लिट फेस्ट ने शिक्षाविदों और साहित्य में रुचि रखने वालों को जानी मानी हस्तियों से चर्चाओं में हिस्सा लेने का मौका दिया। पंजाब की संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली रंगीन पृष्ठभूमि और सुरुचिपूर्ण सजावट ने इस कार्यक्रम की अपील को और बढ़ा दिया।
आज इस कार्यक्रम के दौरान जो सत्र आयोजित किए गए उनमें जावेद अख्तर व निरूपमा दत्त ने “मेरा पैगाम मोहब्बत है”: पोइट्री फार सोशल चेंज, खुशवंत सिंह और लक्ष्मी धौल ने , "ह्यूमनाइजिंग टर्बुलेंट टाइम्स थ्रू लिटरेचर" , इरशाद कामिल और बलप्रीत ने “ए लिरिसिस्ट ऑर ए पोएट” -होपिंग द बाउंड्री, सुदीप सेन और डॉ. झिलम चटराज ने “ए पोइट्स क्वेस्ट फार चेंज, उषा उत्थुप और ऋचा लखेरा ने “आइकोनिक ऊषा ब्रेकिंग द स्टोरी टाइप”, डॉ. नीलिमा चिटगोपेकर, नीलेश कुलकर्णी, और निहारिका भुवानिया ने “फ्राम सतयुग टू कलयुग- एक्प्लोरिंग द रिलिवेंस आफ माइथोलाजी ईन टूडेस टाइमस ” विषयों पर चर्चा में भाग लिया । इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध हस्तियों और मेधावी कलाकारों को स्वयं श्री जावेद अख्तर ने सम्मानित किया जिनमें मैक सरीन, डॉ. नीलम मान सिंह चौधरी और लक्ष्मी धौल शामिल थे । इसके इलावा पुस्तक हस्ताक्षर सत्रों का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जाने माने पटकथा लेखक, गीतकार और कवि, जावेद अख्तर ने कहा, "हमने साहित्य और शब्दों से होने वाली कई बड़ी उपलब्धियों को देखा है जिसने दुनिया को बेहतर बनाया हैं। चितकारा लिट फेस्ट में न सिर्फ शब्दों की ताकत को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित किया गया बल्कि जीवंत बातचीत के माध्यम से और अधिक अनुभव किया गया। जावेद अख्तर ने कहा कि यहां चितकारा लिट फेस्ट में बिताया गया उनका समय, फिर से शब्दों की दुनिया में शामिल होना, सामाजिक परिवर्तन और उर्दू भाषा की सुंदरता पर ध्यान केंद्रित करना उनके लिए बहुत ही सुखद अनुभव रहा ।
कार्यक्रम के आयोजन पर संतोष व्यक्त करते हुए चितकारा स्कूल की चेयरपर्सन डॉ. मधु चितकारा ने कहा कि, "चितकारा लिट फेस्ट के आयोजन करने के माध्यम से उन्होंने लेखकों का एक प्रगतिशील संगम बनाने और लगातार विस्तारित होते साहित्य की दुनिया में समाहित मानव जाति की सबसे बड़ी खूबियों में से एक का जश्न मनाने की कल्पना की थी। वास्तव में, इस अभूतपूर्व कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन को देखकर वह रोमांचित हैं। उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि इस तरह के कार्यक्रम उद्योग और शिक्षा के एक सफल आयोजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बनेगा ।
अंत में डॉ. मधु चितकारा ने आये हुए सभी गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद दिया जिन्होंने अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और सोचने और आशाओं के समाज को बनाने के तरीके सिखाकर हमारे दिलों में एक अमिट छाप छोड़ी।
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