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श्री सुधांशु जी महाराज का विराट भक्ति सत्संग संपन्न

पंचकूला, 17 अप्रैल 2022:विश्व विख्यात संत सुधांशु महाराज जी के मोरनी रोड स्थित शिवधाम आश्रम में विराट भक्ति सत्संग का आज तीसरा और अंतिम दिन था। सुधांशु जी महाराज ने कहा कि सत्कर्म और सबके कल्याण का मार्ग चुनना चाहिए। भगवान कृष्ण ने भी अर्जुन से कहा था कि कर्म करते चलो तभी कल्याण होगा। समापन कार्यक्रम में हरियाणा के नेता एवं लोकसभा सदस्य रतन लाल कटारिया उपस्थित रहे। विश्व जागृति मंच पंचकूला के प्रधान सौरभ गुप्ता एवं सत्संग संयोजक मनोज शास्त्री ने शॉल ओढ़ा कर सुधांशु जी महाराज को सम्मानित किया।
समागम स्थल पर आसपास के राज्यों से आए भक्तगण बड़ी संख्या में मौजूद थे। भक्तों की सहूलियत के लिए निजी बसों की व्यवस्था की गई थी। सभी के लिए भंडारे का प्रबंध था। अपने उद्बोधन में गुरुदेव सुधांशु जी ने कहा कि जीवन में एक गुरु का होना जरूरी है। हर घर में एक पूजास्थल अवश्य होना चाहिए, जिसे साफ सुथरा रखिए और वहां स्वच्छ वस्त्र पहन कर शांत मन के साथ बैठिए। ऐसा करने से आपके काम बनते जाएंगे। भगवान का ध्यान लगाना जरूरी है। ईश्वर की साधना के समय भी वैसे ही तैयार होकर जाएं जैसे किसी व्यक्ति से मिलते समय जाते हैं।  
उन्होंने कहा कि यूट्यूब के माध्यम से भी सत्संग का लाभ लिया जा सकता है। साथ ही स्वाध्याय अवश्य करना चाहिए। प्रतिदिन व्यायाम करें, सत्संग सुनें और समय का सदुपयोग करें। आत्मिक और शारीरिक विकास के लिए ऐसा करना लाभदायक होता है। उन्होंने कहा कि अंतिम समय में कोई आपको बचाने नहीं आएगा, आपका पुण्य ही आपको बचाएगा।

सत्संग का कार्यक्रम तीन दिन का था। रविवार की सुबह ध्यान साधना के बाद 11 बजे महाराजश्री ने भक्तों को गुरु मंत्र दीक्षा दी। शाम को उनके अलौकिक प्रवचनों के साथ भक्तिमय कार्यक्रम का समापन हुआ। प्रवचनों में उन्होंने जीवन जीने की कला पर प्रकाश डाला। 

सत्संग में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भी हजारों भक्त पहुंचे हुए थे। सुधांशु जी महाराज एक प्रसिद्ध उपदेशक और विश्व जागृति मिशन के संस्थापक हैं। दुनिया भर में उनके एक करोड़ से अधिक भक्त हैं और 25 लाख से अधिक शिष्य हैं।

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