चंडीगढ़:-दशहरा बड़े-बच्चों सभी के लिए सदैव से उत्साह और उल्लास का पर्व रहा है। हर गली-मोहल्ले व कॉलोनियों में नन्हे और युवा हाथ बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देने को आतुर रहते हैं। ऐसे ही सेक्टर 46 के कुछ युवा यार-दोस्तों ने साथ मिलकर कई दिन की मेहनत के बाद रावण का पुतले तैयार किया हैं। जिनका शुक्रवार शाम को दहन किया गया। रावण का पुतला तैयार करने और उसे दहन करने को लेकर मोहल्ले के युवाओं और बच्चों में खासा उत्साह बना रहा ।
चंडीगढ़ शहर के सेक्टर 46 की युथ दशहरा कमेटी के युवा सदस्य ऋधम अदित्य, एकम, वैभव, समदर्श, संचय, गुरशरण, समर्थ और वृद्धि आदि बच्चों ने बताया कि वो लोग बचपन से ही दशहरा पर्व पर मोहल्ले में रावण का पुतला तैयार कर रावण दहन करते आ रहे हैं। जब बचपन मे उन्होंने रावण का पुतला बनाना शुरू किया था तो उसकी ऊंचाई कम होती थी। जैसे जैसे हम सब बड़े होते गए,रावण की ऊंचाई भी बढ़ती गई। आज उनकी तरफ से तैयार किये जाने वाले रावण के पुतले की ऊंचाई 25 फीट से ज्यादा होती है। दशहरा पर रावण दहन करने के लिए उन सभी दोस्तों ने मिलकर पैसे और सामान इकट्ठा करते है। इसके बाद पेपर, पटाखे आदि खरीदकर लाते हैं। इसके बाद दो-तीन दिन की मेहनत के बाद करीब 25 फीट लम्बे रावण के पुतले को तैयार किया । शुक्रवार शाम को मोहल्ले के अन्य बच्चों के साथ मिलकर रावण के पुतले का दहन कर दिया गया। उनके द्वारा तैयार किए पुतले को देखने मोहल्ले के अन्य बच्चे भी आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्य मे उन्हें उनके माता पिता सहित मोहल्ले के लोगों का भी परस्पर सहयोग मिलता आ रहा है। उन्होंने बताया कि उनके परिजन उन सभी की धर्म, संस्कृति और संस्कारों के प्रति आस्था देख अभिभूत हैं।
उन्होंने बताया कि दशहरा हमें धर्म, न्याय और असत्य पर सत्य की जीत का संदेश देता है।रावण के पुतले का दहन बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक दर्शाता है।
No comments:
Post a Comment