जालंधर, 07 अक्टूबर 2025: खालसा एड इंडिया अपने समर्पित कर्मचारियों और निस्वार्थ स्वयंसेवकों के साथ वर्ष 2025 की विनाशकारी पंजाब बाढ़ से प्रभावित लोगों की सेवा में लगातार जुटी हुई है। अगस्त की शुरुआत में हुई भारी बारिश और नदियों के उफान से कई बांध टूट गए, जिससे 12 जिलों के सैकड़ों गांवों में भारी तबाही हुई। खालसा एड इंडिया ने अब तक 58,000 से अधिक लोगों को सीधी सहायता प्रदान की है।
इस व्यापक आपदा में जहां सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त हुए, वहीं लगभग 2 लाख एकड़ से अधिक उपजाऊ भूमि पानी में डूब गई। बाढ़ ने पशुधन को भी गहराई से प्रभावित किया। किसानों को पशुओं के चारे, विशेषकर हरे चारे की भारी कमी का सामना करना पड़ा। प्रभावित क्षेत्रों में खालसा एड की टीमों ने घरों और कृषि भूमि का विस्तृत आकलन किया, ताकि उनके आधार पर सहायता योजनाएं तैयार की जा सकें।
पहले चरण में संगठन ने राशन, मेडिकल किट, पीने का पानी, मच्छरदानी, तिरपाल, चूल्हे, बिस्तर और गद्दे जैसी बुनियादी आवश्यक वस्तुएं वितरित कीं। मेडिकल टीमों ने आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं और दवाइयां प्रदान कीं, जबकि गंभीर मामलों को फतेहगढ़ चूड़ियां स्थित बीबी कोलां जी अस्पताल भेजा गया — जहां खालसा एड का किडनी डायलिसिस केंद्र भी कार्यरत है। प्रभावित गांवों में पशुओं के लिए चारा वितरण के साथ-साथ पशु चिकित्सकों की टीमों ने स्वास्थ्य शिविर भी लगाए।
आपातकालीन चरण के दौरान, खालसा एड के बहादुर स्वयंसेवकों ने 8 राफ्ट्स की मदद से सैकड़ों परिवारों और स्कूली बच्चों को सुरक्षित बचाया। राहत कार्यों के लिए पटियाला, अमृतसर, गुरदासपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का और कपूरथला में कई राहत केंद्र स्थापित किए गए। 83 से अधिक टीमों ने छह एम्बुलेंस, ट्रैक्टर, फॉग मशीन, वॉटर पंप और अन्य लॉजिस्टिक वाहनों की मदद से लगातार सेवाएं दीं। इसके अलावा, विभिन्न स्थानों पर दर्जनों संग्रह केंद्रों के माध्यम से राहत सामग्री एकत्र करने में सैकड़ों स्वयंसेवकों ने योगदान दिया।
खालसा एड इंडिया ने अब अपने पंजाब बाढ़ राहत अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत की है, जो सतत पुनर्वास और दीर्घकालिक सुधार पर केंद्रित होगा। इस चरण में पशु चारा आपूर्ति को और बढ़ाना, जलजनित व मच्छर जनित बीमारियों के लिए चिकित्सा पहुंच का विस्तार, खाद्य और घरेलू राहत को जारी रखना तथा कृषि और श्रमिक परिवारों के लिए आजीविका बहाली कार्यक्रम शुरू करना शामिल है। इसके साथ ही जरूरतमंद परिवारों के क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत और पुनर्निर्माण भी किया जाएगा।
इसके अलावा, खालसा एड इंडिया की टीमें भविष्य में आने वाली बाढ़ों के प्रभाव को कम करने के लिए निवारक और तैयारी संबंधी उपायों पर भी काम कर रही हैं। इनमें तटबंधों को मजबूत करना, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाना और ऐसे सामुदायिक केंद्रों का निर्माण शामिल है जिन्हें भविष्य में राहत केंद्रों के रूप में उपयोग किया जा सके। इन केंद्रों के माध्यम से आपात स्थिति में तेजी से राहत पहुंचाई जा सकेगी और लोगों तथा पशुधन दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
इस चल रहे मिशन के बारे में बात करते हुए, स. दविंदर सिंह, ऑपरेशनल लीड, खालसा एड इंडिया ने कहा,
“2025 की पंजाब बाढ़ केवल एक मानवीय संकट नहीं, बल्कि हजारों परिवारों के लिए आजीविका की बड़ी चुनौती भी है। जहां पहले चरण में तत्काल राहत और बुनियादी जरूरतों को पूरा करने पर ध्यान था, वहीं दूसरा चरण सतत पुनर्वास और जीवन पुनर्निर्माण पर केंद्रित है। खालसा एड इंडिया तब तक पंजाब के साथ खड़ी रहेगी जब तक स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाती।”
खालसा एड इंडिया इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों को न केवल त्वरित राहत मिले, बल्कि वे अपनी गरिमा और आत्मनिर्भरता के साथ फिर से अपना जीवन और रोज़गार बहाल कर सकें।
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