पंचकूला। भारत के धर्म ग्रंथों व पर्यटक स्थलों की भारत ही नहीं विदेशों में भी अलग पहचान है। जिस तरह से रामायण के पात्रों को भारत में पूजा जाता है वैसे रामायण व गीता का विदेशों में भी महत्व है। उक्त विचार पीएचडी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किए जा रहे दसवें अंतरराष्ट्रीय हैरिटेज टूरिज्म कॉन्क्लेव के दौरान शनिवार को पिंजौर गार्डन में हैरीटेज वॉक पर पहुंचे चैक गणराज्य के दूतावास के ऐम्बेसेडर महामहिम मिलन होवोरका, सैशिल्स गणराज्य के राजदूत थामस सिलबे पिल्ले, स्लोवाक गणराज्य के राजदूत ईवान लनकेरिक, स्लोवेनिया गणराज्य के राजदूत डाक्टर मरजन केनकन, इंडोनेश्यिा गणराज्य के चार्जडीएफेयर्स फ्रेडी पेई ने अनौपचारिक बातचीत में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पिंजौर गार्डन न केवल खूबसूरत कारीगरी का नमूना है बल्कि यह स्थान शहरी भीड़भाड़ से दूर सुकून देने वाली जगह है। उन्होंने कहा कि भारत जहां विशाल एवं अर्थपूर्ण संस्कृति वाला देश है वहीं यहां के पर्यटक स्थल ऐसे हैं जो लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ कोई न कोई शिक्षा अथवा संदेश देते हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के निदेशक डॉक्टर जतिंदर सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कान्क्लेव के में शामिल हुए देश-विदेश के प्रतिनिधियों ने पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा देने तथा कोरोना के बाद विदेशी पर्यटकों को भारत की तरफ आकर्षित करना है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के निर्देश पर व हरियाणा सरकार के सहयोग से हुए इस आयोजन में सैकड़ों प्रतिनिधियों ने मंथन करते हुए भविष्य की रणनीति तय की है।
इस अवसर पर हरियाणा पर्यटन विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक चंद्रकांत कटारिया, पिंजौर गार्डन के टूरिस्ट ऑफिसर अनिल कुमार के अलावा पीएचडी चैंबर में टूरिज्म कमेटी के चैयरमेन अनिल पराशर, ऐसोसियेशन आफ डोमेस्टिक टूर आपरेटर्स आफ इंडिया के प्रेजीडेंट पीपी खन्ना, इंडियन नेशनल ट्रस्ट फार आर्ट एंड कल्चरल हैरिटेज इनटैच की हरियाणा चैप्टर कन्वीनर डा. शिखा जैन, यूनाइटेड नेशन ग्लोबल कोम्पैक्ट नैटवर्क इंडिया की कार्यकारी बिदेशक शबनम सिद्दिकी, इंडियन हैरिटेज होटल्स ऐसोसियेशन के वरिष्ठ सदस्य जगदीप सिंह चंदेल, इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर पंकज पराशर समेत कई गणमान्यों ने अपने विचार व्यक्त किए।
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