ज़ीरकपुर 19 फरवरी,2021: आशीष मित्तल फाउंडेशन, ज़ीरकपुर द्वारा गांव चंगेरा, राजपुरा में युवाओं के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर केंद्रित एक पोषण, स्वास्थ्य व वैलनेस कैम्प का आयोजन किया गया। सत्र के विशेषज्ञों में शामिल थे
फिलाडेल्फिया मिशन अस्पताल के निदेशक डॉ सुनील सादिक और पंजाब विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर डॉ मंजुश्री शर्मा। डॉ मोनिका अग्रवाल, एसोसिएट प्रोफेसर, पंजाब विश्वविद्यालय ने विषय की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।डॉ मंजुश्री शर्मा ने अपने संबोधन में मानव स्वास्थ्य और मानसिक, शारीरिक व सामाजिक स्वास्थ्य की तीन बुनियादी आवश्यकताओं को छुआ। उन्होंने युवाओं से शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए पोषक आहार का सेवन करने का आग्रह किया। इसके अलावा, उन्होंने रिफाइंड तेल, चीनी और आटे से दूर रहने की सलाह भी दी। उन्होंने शराब, सिगरेट और मादक द्रव्यों के सेवन से परहेज करने पर जोर दिया। उन्होंने शरीर की जैविक घड़ी को दुरुस्त रखने के लिए युवाओं को अच्छी नींद लेने की सलाह दी।
डॉ सादिक ने युवाओं में सकारात्मकता सोच पर बल दिया। उन्होंने एक डॉक्टर के रूप में अपने अनुभव साझा किये और दवाओं का उपयोग कम से कम करने को कहा। उनके संबोधन के बाद एएमएफ के अध्यक्ष आशीष मित्तल ने सभी का धन्यवाद किया। इसी के साथ कार्यक्रम संपन्न हो गया।
आशीष मित्तल द्वारा ज़ीरकपुर में स्थापित आशीष मित्तल फाउंडेशन, युवाओं द्वारा संचालित एक धर्मार्थ ट्रस्ट है। यहयुवा संगठन ग्रामीण उत्थान के लिए कौशल विकास की रूपरेखा तैयार करने का काम कर रहा है। इसने पूरे पंजाब के स्वयंसेवकों के सहयोग से भूख मिटाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण काम किया है। संगठन विशेष रूप से युवाओं के साथसाथ अनपढ़ महिलाओं और बच्चों पर ध्यान केंद्रित करता है, जो नशीलीदवाओं व शराब के सेवन से भटक गए हैं। मित्तल के शब्दों में- "हमारा मकसद युवाओं को नशेके दलदल से बाहर निकालना हैएएमएफ मुस्कुराता है, प्यार करता है और मुस्कुराहट फैलाने का प्रयास करता है।
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