चंडीगढ़: हरियाणा पीडब्ल्यूडी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों की एक अहम् बैठक आज एम एल ए सेक्टर 03 में आयोजित हुई, जिसमें आलाधिकारियों द्वारा उनके साथ भेदभाव और सरकार को अँधेरे में रखे जाने पर रोष प्रकट किया गया। हरियाणा पीडब्ल्यूडी कर्मचारी संघ के प्रधान अशोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में महासचिव चन्दन सिंह, उपाध्यक्ष खेम बहादुर, कैशियर सतीश और महिला विंग प्रधान पुष्पा सहित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन के प्रेजिडेंट तारादत्त और अन्य भी उपस्थित थे।
बैठक के बाद हरियाणा पीडब्ल्यूडी कर्मचारी संघ के प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि लगभग 350 कर्मचारी पिछले 10 - 20 वर्षों से हरियाणा पीडब्ल्यूडी ( बी एंड आर) में कार्यरत है। उन सभी की सैलरी प्रति माह उनके बैंक अकाउंट में आती है । हरियाणा सरकार द्वारा जब भी विभाग से कच्चे कर्मचारियों की सूची मांगी जाती है, तो हर बार विभाग के अधिकारीयों की तरफ से रिपोर्ट शून्य कर्मचारी दिखाई जाती है। इस बाबत जब जब हरियाणा पीडब्ल्यूडी ( बी एंड आर) को सूचित किया कि उनकी सही सही रिपोर्ट सरकार को भेजी जाये। लेकिन इसके बाबजूद भी अधिकारी सरकार को सही विवरण नहीं भेजते और सरकार से मिलने वाली सुविधाओं से उन्हें वंचित किये हुए है। अशोक कुमार ने आगे बताया कि सरकार का नारा था कि "सबका साथ सबका विकास", लेकिन कुछ अधिकारी इसके उल्ट ही चल रहे है उनकी सोच है कि "उनका खुद का विकास और बाकी सभी का विनाश"। उन्होंने बताया कि उन्होंने विभाग के कार्यकारी अभियंता से पत्र लिख कर मांग ही है कि इस मामले कि गहनता से जांच की जाए और न केवल विभाग गिरती साख को बचाया जाये बल्कि उन्हें भी इन्साफ दिलवाया जाए।उन्होंने आलाधिकारियों से सोमवार तक उनसे मिलने का समय माँगा है, अगर अधिकारियों ने उन्हें मीटिंग का समय नहीं दिया तो सभी कर्मचारी जो कि मुख्यमंत्री आवास और एम एल ए व् गवर्नर हाउस तथा आईएएस अधिकारीयों के निवास पर काम बंद कर मंगलवार 02 मार्च 2021 को रोष प्रदर्शन करते हुए सेक्टर 33 निर्माण सदन चंडीगढ़ का घेराव किया जायेगा तत्काल सेक्टर 33 में रोष प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी बी एंड आर के अधिकारी के होगी।
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