चंडीगढ़:--यूटी एवं एम.सी चंडीगढ़ के छह प्रमुख कर्मचारी फैडरेशन व संगठनो ने बर्खास्त एन.एच.एम कर्मचारियों के मुद्दे पर डायरैक्टर हैल्थ व स्वास्थ्य सचिव चंडीगढ़ प्रशासन से संयुक्त रूप से 178 बर्खास्त एन. एच.एम कर्मचारियों की बहाली के लिए मीटिंग की थी।
डायरेक्टर हैल्थ,चंडीगढ़ प्रशासन ने गौर न करते हुए संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की इन मांगों पर कोई संज्ञान नहीं लिया ।। बर्खास्त कर्मचारी अभी भी अधर में लटके हुए हैं व संघर्ष करने को मजबूर हैं।
बर्खास्त एन एच एम कर्मचारी अस्पताल प्रशासन द्वारा बहाली न किए जाने पर कोई निर्णय न लेने से कोर्ट में जाने के लिए मजबूर किए गए। एन एच एम कर्मचारी पिछले 40 दिनों से नौकरी बहाली के संघर्ष कर रहे हैं ।
डायरेक्टर हैल्थ ने अपने अड़ियल रवैए कारण बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली नहीं की व अब कोर्ट का बहाना बनाकर कर 178 बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली पर रोक लगाई जा रही है। डायरेक्टर हैल्थ द्वारा निर्णय न लेने कारण डैडलाक की स्थिति उत्पन्न हो गई है ।
संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के वर्किंग कमेटी के कनवीनरस श्री गोपाल दत्त जोशी,सुखबीर सिंह,राजिंदर कुमार, अश्विनी कुमार, बलविंदर सिंह,बिपिन शेर सिंह के अलावा स्टेट एक्सिक्यूटिव मेंबर्स धर्मेंद्र राही, रणबीर राणा, राजिंदर कटोच,राजा राम,सुरमुख सिंह, रंजीत मिश्रा, अशोक कुमार व जनार्दन यादव इत्यादि की अगुवाई में 6 दिसंबर को डायरेक्टर हैल्थ आफिस के सामने समूची लीडरशिप तथा हजारों वर्कर्स ने नारेबाजी के साथ रोष प्रदर्शन किया व बर्खास्त एन एच एम कर्मचारियों की जल्द बहाली की मांग की व कोविड महामारी दौरान एन एच एम कर्मचारियों के सराहनीय कार्य की अनदेखी कारण डायरेक्टर हैल्थ को उनके पैतृक राज्य पंजाब भेजने की मांग भी की गई ।
संयुक्त कर्मचारी मोर्चा,यू.टी एवं एम.सी चंडीगढ़ ने प्रशासन से बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली को चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा जल्द न सुलझाने पर चंडीगढ़ प्रशासन व प्रशासक के दरवाजे पर संघर्ष व धरने प्रदर्शन को और तेज करने की चेतावनी भी दी है। संयुक्त कर्मचारी मोर्चा ने 21 दिसंबर को "आम हड़ताल" व गवर्नर हाउस कूच का ऐलान किया । धरना-प्रदर्शन 178 एन एच एम कर्मचारियों की बहाली तक चलता रहेगा ।।
No comments:
Post a Comment