पंचकूला, 21 जुलाई 2025: भगवान भोलेनाथ को समर्पित सावन मास का प्रत्येक दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ और पुण्यदायी माना जाता है। यही कारण है कि यदि कोई व्यक्ति अन्न भंडारे जैसे सेवा कार्य का शुभारंभ सावन में करता है, तो यह न केवल आध्यात्मिक लाभ देता है, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा और सेवा भावना का प्रसार भी करता है। दरअसल सावन का पूरा महीना पुण्य कार्यों के लिए शुभ होता है ।यह विचार स्वर्गीय पुरुषोत्तम दास रूंगटा ट्रस्ट द्वारा औद्योगिक क्षेत्र-1 में आयोजित 174वें अन्न भंडारे के अवसर पर ट्रस्ट के संस्थापक व प्रमुख समाजसेवी श्री अमिताभ रूंगटा ने व्यक्त किए।
श्री रूंगटा ने कहा कि सावन वह महीना है, जब प्रकृति भी श्रद्धा और भक्ति से सराबोर रहती है। अन्नदान को सर्वोच्च दान कहा गया है, और जब यह पुण्य कार्य सावन जैसे पवित्र महीने में किया जाए, तो इसका प्रभाव और भी कल्याणकारी हो जाता है। अन्न भंडारा सिर्फ भूखे को भोजन देने तक सीमित नहीं होता, यह मानवता, सेवा और करुणा का जीवंत प्रतीक बन जाता है। हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस दिशा में आगे आएं और सेवा को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। सावन में अन्न दान करना आत्मिक शांति, सुख-समृद्धि और ईश्वर कृपा का माध्यम बनता है।"
उन्होंने आगे कहा कि अन्न भंडारा न केवल जरूरतमंद राहगीरों के लिए राहत का कारण बनता है, बल्कि यह समाज में सेवा भाव जागृत करने का भी सशक्त माध्यम है। यह कार्य नई पीढ़ी को भी दूसरों की मदद करने और सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने की प्रेरणा देता है।
भंडारे के आयोजन के दौरान ट्रस्ट के सदस्य एवं स्थानीय निवासी भी उपस्थित रहे। सभी ने इस सेवा कार्य की सराहना की और फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे जनकल्याणकारी प्रयासों की प्रशंसा की।
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