मोहाली, 09 जुलाई, 2025: टायनॉर ग्रुप, मोहाली से कार्यरत मल्टीनेशनल कंपनी ने एक ऐतिहासिक पहल के तहत, अपने हाई इम्पैक्ट लीडरशिप (एचआईएल) प्रोग्राम के तहत 15 प्रमुख प्रोफेशनल लीडर्स को सम्मानित किया। ये अपनी तरह की यूनीक पहल है, जिसे इससे पहले पूरे ट्राईसिटी एरिया या पंजाब रीजन में नहीं देखा गया है। ये सम्मान समारोह मोहाली स्थित कंपनी के नए वेंचर आर्टेक टेक्सटाइल्स के परिसर में आयोजित किया गया। इस नए प्लांट का उद्घाटन हाल ही में पंजाब के उद्योग मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंध ने किया था।
प्रत्येक चुने गए लीडर को एक नई कार प्रदान की गई, जो न केवल पुरस्कार बल्कि गहन आर्गेनाइजेशनल विश्वास का प्रतीक है। नई कारों के साथ-साथ, सम्मानित लीडर्स को इम्पलॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान्स (ई.एस.ओपी'स ), इंटरनेशनल लेजर ट्रैवल और कई अन्य एग्जीक्यूटिव प्रिवलेजेज के साथ कई सारे अन्य लाभ भी मिलेंगे। ये इंसेटिव्स, टायनॉर कि अधिक क्षमतावान लीडर्स में निवेश करने और उन्हें आगे बढ़ाने की की सस्टेनेबल रणनीति का हिस्सा हैं।
डॉ. पी.जे सिंह, चेयरमैन और एमडी, टायनॉर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि एचआईएल पहल केवल एक सम्मानित करने या कोई रिवॉर्ड देने का माध्यम नहीं है, बल्कि सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए एक परिवर्तनकारी इंजन है। उन्होंने कहा कि "ये लीडर्स हमारे डीएनए को समझते हैं और टायनॉर की विरासत को मजबूती, समर्पण और इनोवेशन के साथ आगे बढ़ाएंगे। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, मुझे उम्मीद है कि हमारे और भी लोग एचआईएल प्रोग्राम में शामिल होंगे और भविष्य के लिए तैयार लीडर्स बनकर उभरेंगे।"
यह उल्लेखनीय है कि एचआईएल प्रोग्राम एक दूरदर्शी, योग्यता पर आधारित पहल है जिसे टायनॉर के अंदरूनी टेलेंट को प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। काग्निटिव और साइकोमेट्रिक टेस्ट्स, लीडरशिप सिमुलेशन और टैलेंट पैनल्स सहित स्ट्रक्चर्ड इवैल्यूएशंस के साथ, टेक्नोलॉजिकल-ऑपरेटेड पीपल कंसल्टिंग कंपनी कोग्नोज़ के साथ साझेदारी में 50 टॉप परफॉर्मर्स को चुना गया, जिनमें से 15 एचआईएल के रूप में सामने आए।
ए.जे. सिंह, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, टायनॉर ने कहा कि "टायनॉर में, हमारा मानना है कि हमारे लोग सिर्फ़ इम्पलॉयी नहीं हैं - वे टायनॉर की ग्लोबल महत्वाकांक्षा के पीछे प्रेरक शक्ति हैं। हमारा मानना है कि कंपनी की अंदरूनी प्रतिभाओं में निवेश हमारे विकास को गति देने का सबसे शक्तिशाली माध्यम है।"
एचआईएल प्रोग्राम का उद्देश्य एक मज़बूत इंटरनल लीडरशिप पाइपलाइन का निर्माण करना और हाई परफॉर्मेंस को बढ़ावा देना है।
अभयनूर सिंह, डायरेक्टर, स्ट्रेटजी, टायनॉर के अनुसार, एचआईएल प्रोग्राम सिर्फ एक टेलेंट इनीशिएटिव नहीं, बल्कि संपूर्ण बदलाव के लिए एक रणनीतिक माध्यम है। उन्होंने कहा कि "हमारे अत्याधिक क्षमता वाले लीडर्स को सशक्त बनाकर, हमारा लक्ष्य निर्णय लेने वालों की अगली जेनरेशन को आकार देना है जो रणनीति को कार्रवाई में और महत्वाकांक्षा को वास्तविकता में बदलेंगे।"
यहां यह बताना उचित होगा कि टायनॉर में एक खास और अलग कॉर्पोरेट गवर्नेंस इकोसिस्टम मौजूद है। यह आर्गेनाइजेशन दूसरों से अलग स्थिति में है क्योंकि टायनॉर में एक बहुत ही प्रभावी कॉलेजियम सिस्टम है। टायनॉर का कॉलेजियम सीनियर मैनेजमेंट फंक्शनरीज का एक ग्रुप है, जिसके प्रत्येक सदस्य के पास लगभग समान शक्ति और अधिकार होते हैं। इससे टायनॉर के कामकाज में जनता का विश्वास और इंटरनल ट्रांसपेरेंसी बढ़ती है।
पारस बाफना, चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ), टायनॉर, जो एक कॉलेजियम सदस्य भी हैं, ने कहा कि "एचआईएल प्रोग्राम टैलेंट में एक रणनीतिक निवेश है जिसका उद्देश्य पॉजिटिव बिजनेस परिणाम प्राप्त करना है। लीडर्स को अधिक अधिकार और व्यापक ज़िम्मेदारियां प्रदान करके, उन्हें ऐसी नए प्रयासों और पहलों का नेतृत्व करने के लिए तैयार किया जाता है जो सीधे तौर पर टॉप-लाइन आय ग्रोथ और बॉटम-लाइन कॉस्ट ऑप्टिमाइजेशन, दोनों को प्रभावित करती हैं।"
डॉ. प्रमोद लांबा, चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (सीएचआरओ) ने कहा कि एचआईएल प्रोग्राम टायनॉर के प्रोग्रेसिव एचआर फिलॉसफी का प्रतिबिंब है - जो लोगों को अपनी ग्रोथ रणनीति के केंद्र में रखता है। उल्लेखनीय रूप से, डॉ. प्रमोद लांबा को उनकी ट्रांसफॉर्मेटिव मानव संसाधन रणनीति के लिए कॉलेजियम सदस्य के रूप में शामिल किया गया है ।
इस मौके पर जसप्रीत सिंह, डीजीएम, सप्लाई चेन, टायनॉर ने कहा कि "एक कॉलेजियम मेंबर के रूप में, मैं इसे एक ऐसी लीडरशिप कल्चर को मजबूत आकार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानता हूं जो भविष्य के लिए तैयार हो और हमारे लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण के अनुसार पूरी तरह से सक्षम हो।"
सम्मान समारोह के दौरान 15 एचआईएल में से प्रत्येक ने लीडरशिप शपथ भी ली।
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