चंडीगढ़ तमिल संगम ने आज अपने वार्षिक सामाजिक कल्याण अभियान “उष्मा बाँटने का उत्सव” का आयोजन किया, जो उन अनसुने नायकों को समर्पित है जो सिटी ब्यूटीफुल को स्वच्छ, सम्मानजनक और जीवंत बनाए रखते हैं। चंडीगढ़ के 250 से अधिक हाउसकीपिंग कर्मचारियों को स्वच्छता में उनके अमूल्य योगदान और शहर को देशभर में स्वच्छता का मॉडल बनाए रखने के लिए सम्मानित किया गया।
यह कार्यक्रम 12:30 बजे भारती भवन में आयोजित हुआ, जिसमें श्री अमित कुमार, IAS, आयुक्त, नगर निगम चंडीगढ़ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनकी उपस्थिति ने इस विशिष्ट समारोह में प्रेरणा और गरिमा दोनों जोड़ीं, जो श्रम की प्रतिष्ठा और सेवा की भावना को सलाम करने के लिए समर्पित था।
कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि:
• श. जी. माधवन, IAS (सेवानिवृत्त)
• स्मt. राजी प्रमोद श्रीवास्तव, IAS, विशेष मुख्य सचिव, स्वतंत्रता सेनानी विभाग, पंजाब सरकार
• श. जे. एम. बालमुरुगन, IAS, अतिरिक्त मुख्य सचिव, सैनिक कल्याण विभाग, पंजाब सरकार
• श. सी. जी. राजिनी कंथन, IAS, आयुक्त एवं सचिव, वित्त विभाग, हरियाणा सरकार
• श. पी. अभिनंधन, DANIPS, डीएसपी, यू.टी. चंडीगढ़
• साथ ही श. एस. पी. राजशेखरन, श. शिवा सुब्रमणियन, श. गणेशन तथा चंडीगढ़ तमिल संगम के अन्य सदस्य
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चंडीगढ़ तमिल संगम के बारे में
तमिल संस्कृति के संरक्षण और सामुदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित चंडीगढ़ तमिल संगम कई दशकों से सांस्कृतिक, साहित्यिक और सामाजिक कार्यक्रमों के माध्यम से समाज की सेवा करता आ रहा है।
संगम द्वारा वर्षों में आयोजित प्रमुख कार्यक्रम:
• तमिल साहित्य समारोह, शास्त्रीय संगीत एवं भरतनाट्यम कार्यक्रम
• पोंगल, नवरात्रि और तिरुवल्लुवर दिवस उत्सव
• छात्रवृत्ति एवं शैक्षिक मार्गदर्शन
• स्वास्थ्य जागरूकता शिविर, रक्तदान एवं जनसेवा कार्यक्रम
• फ्रंटलाइन वर्कर्स, मज़दूर परिवारों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए वार्षिक कल्याण अभियान
“उष्मा बाँटने का उत्सव” संगम की सबसे करुणापूर्ण पहलों में से एक है, जो सेवा (सेवई), सांस्कृतिक मूल्यों और समावेशी समुदाय विकास के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
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कार्यक्रम की भावना
कार्यक्रम की धुन एक सरल लेकिन प्रभावशाली संदेश को दोहरा रही थी:
“जो हमारे शहर को स्वच्छ रखते हैं, वे हमारे सर्वोच्च सम्मान और आभार के पात्र हैं।”
स्वच्छता कर्मचारियों को कंबल और सम्मान-चिह्न प्रदान किए गए, ताकि शहर में स्वच्छता बनाए रखने के उनके दैनिक समर्पण को सराहा जा सके।
चंडीगढ़ तमिल संगम ने भविष्य में भी ऐसे सार्थक सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों को जारी रखने की प्रतिज्ञा की, जिससे शहर में सद्भाव, सम्मान और सांस्कृतिक एकता को मज़बूती मिले।
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