Chandigarh:ओह पहली मोहब्बत में कब से लिखी हुई कविताएं हैं? कितना समय लगा इन्हें लिखने के लिए?
Three year
अभी तक कितनी कविताओं की किताब लिख चुके हैं?
Four
आज के समय में चाहत कितनी बदल गई है? क्या इसपर लिखना आसान हुआ है या मुश्किल?
Ans
आज की चाहत बदलते दौर की तरह तेज़ और त्वरित हो गई है। लिखना आसान इसलिए है कि इज़हार के कई साधन हैं, पर मुश्किल इसलिए कि गहराई कम और सतहीपन ज़्यादा हो गया है।
इस किताब को लिखने के पीछे की वजह?
इस किताब को लिखने की वजह मेरे दिल के जज़्बात और मेरा रूहानी सफ़र है, चाहत से इश्क़ और इश्क़ से इबादत तक, जिसे मैं अल्फ़ाज़ों में बाँटना चाहता था।
आप लेखन में कैसे उतरे? आपके पसंदीद कवि?
Ans
मुझे नहीं पता कि मैंने कब और कैसे लिखना शुरू किया… बस दिल के जज़्बात अपने आप काग़ज़ पर उतरने लगे। शायद लिखना मेरी रूह की ज़रूरत थी, जो अल्फ़ाज़ों का रूप लेती गई। मेरे पसंदीदा कवि शिव कुमार बਟालवी, बाबा बुल्ले शाह और सुरजीत पातर हैं, जिनसे मुझे हमेशा प्रेरणा मिलती है
पंजाबी साहित्य में इन दिनों किस चीज की कमी देखते हैं?
Ans
आजकल पंजाबी साहित्य में सबसे बड़ी कमी नए पाठकों की है। रचनाएँ तो बहुत हो रही हैं, लेकिन युवाओं तक उन्हें पहुँचाने के लिए नए माध्यम और तौर-तरीक़े कम अपनाए जा रहे हैं। ज़रूरत है कि साहित्य को रोज़मर्रा की ज़िंदगी से जोड़ा जाए, ताकि नई पीढ़ी भी अपनी मातृभाषा पर गर्व महसूस करे
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