चण्डीगढ़ : श्री चैतन्य गौड़ीय मठ, सेक्टर 20 में तीन दिन तक चले श्री कृष्णजन्माष्टमी समारोहों का आज नंदोत्सव मनाने के साथ ही समापन हो गया। मठ के प्रवक्ता जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि इस अवसर पर अटूट भंडारा बरताया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भोज प्रसादम का आनंद लिया।जेपी गुप्ता ने बताया कि इससे पहले श्री कृष्णजन्माष्टमी जी के मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मठ मंदिर में 13 बटालियन, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कमांडेंट सुश्री कमल सिसोदिया भी माथा टेकने पधारीं। उनके साथ उनकी बटालियन के जवान भी थे। मठ मंदिर के स्वामी श्री वामन जी महाराज जी एवं प्रवक्ता जय प्रकाश गुप्ता ने उनका सत्कार किया व सरोपा भी दिया एवं यादगार स्वरुप एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। इस अवसर पर कमल सिसोदिया ने पूजा अर्चना करने के बाद उपस्थित श्रद्धालुगणों को संबोधित करते हुए कहा कि वे भगवान कृष्ण को अपना आराध्य मानती हैं क्योंकि भगवान कृष्ण के चमत्कार के कारण ही वे मौत के मुंह से वापिस आ पाईं थीं। उन्होंने भगवान कृष्ण की महिमा का वर्णन करते हुए सुदामा की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण से कुछ भी मांगने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सुदामा भी जब उनसे मिलने गए थे तो वे कुछ मांग नहीं पाए थे, परंतु जब वे वापिस अपनी झोंपड़ी को लौटे, तो वहां पर सब सुविधाओं से युक्त महल खड़ा था। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण सर्वगुण संपन्न एवं सर्व कला सम्पूर्ण थे इसलिए हिंदू धर्म में देवी-देवताओं में सबसे ज्यादा श्री कृष्ण ही सर्वाधिक लोकप्रिय हैं।
वहां पर मौजूद सभी भक्तजनों को भक्ति संदेश दिया जिसमें उन्होंने श्री कृष्ण जन्माष्टमी से जुड़े महत्व के बारे में श्रद्धालुओं को समझाया तथा श्री कृष्ण द्वारा धर्म की स्थापना के लिए किए गए कार्यों का वर्णन किया, जिसमें श्री कृष्ण के जन्म से लेकर महाभारत युद्ध और गीता के वचनों के बारे में श्रद्धालुओं को अवगत कराया । भगवान श्री कृष्ण की शिक्षाओं को आत्मसात करने का आह्वान किया।
अंत में श्रीमती कमल सिसोदिया ने सभी श्रद्धालुओं के प्रति आभार व्यक्त किया एवं उनके सुख समृद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना की।
इस अवसर पर कमल सिसोदिया ने मंदिर में प्रदर्शित झांकियों का भी अवलोकन किया व बहुत प्रभावित हुईं। उन्होंने इसके लिए मंदिर प्रबंधन के प्रयासों की भी खूब प्रशंसा की।
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