चंडीगढ़, 17 मार्च:- 18-19 मार्च, 2023 को हो रही इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन की दो दिवसीय बैठक की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और आज दोपहर तक बीस राज्यों के पत्रकार बैठक के लिए पहुंच चुके हैं।
दो दिवसीय बैठक की मेजबानी पंजाब एंड चंडीगढ़ जर्नलिस्ट्स यूनियन कर रहा है। मेजबान टीम के अध्यक्ष बलबीर जंडू, उपाध्यक्ष जय सिंह छिब्बर, कोषाध्यक्ष बिंदु सिंह ने कहा कि दो दिवसीय बैठक ऐसे समय में हो रही है जब मीडिया के सामने बड़ी चुनौतियां हैं।
इसलिए इस बैठक का फोकस 'सेव जर्नलिज्म' है। उन्होंने कहा कि भारतीय पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के राष्ट्रीय मीडिया सलाहकार अमर देवलापल्ली, पूर्व अध्यक्ष एसएन सिन्हा, मुंशी समाचार पत्रिका के संपादक सुरेश अलापति सहित बीस राज्यों के पत्रकार आ चुके हैं और जब बैठक शुरू होने तक अन्य राज्यों से भी पत्रकारों के पहुंचने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि भारतीय पत्रकार संघ के महासचिव और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व सदस्य बलविंदर सिंह जम्मू ने आज स्थानीय टीम के साथ किसानों से मुलाकात की और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि बैठक में पत्रकार समुदाय से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा होगी और निर्णय लिये जायेंगे।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से मांग की जाएगी कि आईटी एक्ट के मसौदे में संशोधन कर ही पास किया जाए और ऑनलाइन सामग्री को हटाने की जिम्मेदारी पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के बजाय एक पारदर्शी और स्वायत्त संस्था को दी जाए। जिसमें सरकार का कोई दखल नहीं है।मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहें।यदि मसौदे को उसके मौजूदा स्वरूप में लागू किया जाता है, तो यह मीडिया सेंसरशिप के बराबर होगा। उन्होंने कहा कि इसका विरोध करने के लिए सांसदों को पत्र दिया गया है। उन्होंने मांग की कि वर्किंग जर्नलिस्ट्स एक्ट को बहाल किया जाए और कोरोना काल में बंद पत्रकारों को रेल यात्रा रियायत बहाल की जाए। हमारे सात सौ से अधिक पत्रकार जिनका कोरोना काल में निधन हो गया है उनके वारिसों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। पत्रकारों को NHAI टोल टैक्स से छूट दी जानी चाहिए।सभी पत्रकारों के लिए पेंशन योजना लागू की जाए।इसके अलावा मीडिया से जुड़े कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और मीडियाकर्मियों की आवाज दबाने का विरोध कर मीडिया की आजादी के पक्ष में आवाज उठाई जाएगी।
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