चंडीगढ़ 10 जुलाई:यूक्रेन की बुकोविनियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के दाखिले शुरू हो गए है और भारत में एमडी हाउस, चंडीगढ़ बीएसएमयू का आधिकारिक एडमिशन पार्टनर है और दाखिला प्रक्रिया से जुड़े हर पहलू में यह अहम भूमिका निभाता है।
बीएसएमयू की वाईस चांसलर मारियाना ह्रीत्सुइक ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य बीएसएमयू में रहने के दौरान भारतीय छात्रों को सर्वोत्तम चिकित्सा शिक्षा देना और उन्हें रहने की सर्वोत्तम स्थिति प्रदान करना है। भारतीय छात्र सबसे बुद्धिमान, सक्रिय और संगठित छात्र हैं।
हमें बीएसएमयू में भारतीय छात्रों की मेजबानी करते हुए बहुत खुशी हो रही है।यूक्रेन की बुकोविनियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी (बीएसएमयू) की भारत में लोकप्रियता तेज़ी के साथ बढ़ रही है इस यूनिवर्सिटी में इस समय 2000 से अधिक भारतीय विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बीएसएमयू की इस बढ़ती लोकप्रियता के कई कारण हैंसब बड़ा कारण यह है कि यह एक सरकारी यूनिवर्सिटी है और यहां की फीस बेहद वाजिब है। इसकी साथ साथ यहां मिलने वाली सुविधाएं बेहतरीन हैं और विद्यार्थी यहां के माहौल को अपने घर जैसा ही पाते हैं। पूरे यूरोप में बीएसएमयू एक मात्र ऐसा संस्थान है जो लड़कियों के लिए अलग हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध करवाता है। यहां पर दो हॉस्टल लड़कियों के लिए अलग से उपलब्ध हैंयही नहीं भारतीय विद्यार्थियों के लिए बकायदा भारतीय भोजन की भी व्यवस्था है। यह भोजन प्रशिक्षित भारतीय बावर्चियों द्वारा तैयार किया जाता है।
बुकोविनियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी का कैंपस चरणीवित्सी शहर में स्थित है। यूक्रेन के पश्चिमी भाग में स्थित यह नगर एक बेहद खूबसूरत नगर है और स्टूडेंट्स को बेहद खुशगवार माहौल में विद्या अर्जित करने का अवसर मिलता है। यही कारण है कि भारतीय विद्यार्थी यहां आना पसंद करते हैं। यहां से पास आउट होने वाले 1200 से अधिक डॉक्टर्स भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के हॉस्पिटल्स में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इस संस्थान की फीस केवल 1950 डॉलर्स प्रति सेमेस्टर है जिसे अगर भारतीय करेंसी में बदला जाए तो यह करीब डेढ़ लाख रूपए बैठती है। फीस सीधे यूनिवर्सिटी के खाते में किसी भी भारतीय बैंक के माध्यम से जमा करवाई जा सकती है।
नीट का इम्तेहान क्वालीफाई करने वाले विद्यार्थी बीएसएमयू में दाखिला ले सकते हैं बीएसएमयू की स्थापना 1944 के साल में की गई थी। गत करीब तीन दशकों के दौरान हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स यहां से डॉक्टर बन कर निकले हैं और विश्व भर में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
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