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मांगों की पूर्ति न होने पर करेंगे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल व गवर्नर हाउस को करेंगे कूच

चंडीगढ़ : चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग (स्कूल्स) में सैकड़ों गैस्ट/कांट्रैक्ट  शिक्षक जो कि स्वीकृत पदों या अस्विकृत पदों पर नियमित शिक्षकों की भांति सभी नियमों का पालन कर भर्ती किए गए है व वर्षों से संतुष्टिपूर्ण अपनी सेवाएं दे रहे हैं ।
 इन सभी वर्गों के शिक्षकों ने मांगों की पूर्ति न होने पर  डायरेक्टर स्कूल दफ्तर पर इश्तेहारों में छूट न देने व कोई रैगुलराइजेशन पालिसी न बनाने पर शासन व प्रशासन के खिलाफ जोरदार रोष प्रदर्शन किया ।

इन शिक्षकों का यह आरोप है की पिछले 12 से 22 सालों से ये शिक्षक चंडीगढ़ के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में अपनी सेवाएं दे रहे है लेकिन आज तक चंडीगढ़ प्रशासन ने इनकी नौकरी की सुरक्षा के लिए ना तो कोई सुरक्षित नीति बनाई है और ना ही इन्हे नियमित किया गया है और अब शिक्षा विभाग आने वाले कुछ दिनों में नियमित शिक्षकों की भर्तियां करने जा रहा जिससे शिक्षा विभाग में कार्यरत 500 गेस्ट/कॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों को नौकरी जाने का भय सता रहा है  जिसकी वजह से सैकड़ों शिक्षक विभाग में डर के माहोल में कार्य कर रहे हैं वो अपना पूरा ध्यान शिक्षण कार्य पर नहीं लगा पा रहे हैं।

बता दें की ये शिक्षक पिछले 12 से 22 सालों शिक्षा विभाग में अपनी सेवा दे रहें हैं ये शिक्षक नियमित शिक्षकों की भांति ही पूर्ण प्रक्रिया के तहत भर्ती किए गए है अब शिक्षा विभाग नई भर्तियों के नाम पर पुराने शिक्षकों  को निकालकर उनकी  जगह पर ही न‌ई भर्तियां करने जा रहा है  ।

इस रोष प्रदर्शन को ज्वाइंट एक्शन कमेटी आफ कमेटी आफ टीचर्स के बैनर तले गैस्ट टीचर्स एसोसिएशन,आल कांटरैकचुअल कर्मचारी संघ भारत चंडीगढ़ इत्यादि ने समर्थन दिया । 

इस रोष प्रदर्शन में  रणबीर राणा, सविंदर सिंह ,भाग सिंह, रंजीत हंस, राजेन्द्र कुमार, धर्मेंद्र राही, शिव मूरत, प्रवीण कुमार,अशोक कुमार, बिपिन शेर सिंह इत्यादि ने भाग लिया ।

इन सभी कर्मचारी संगठनों का यह मानना है जहां सरकारें और प्रशासन शिक्षको को बेरोजगार कर सड़कों पर बिठाने की सोच रखती हों वहां संविधान दिवस मना कर सिर्फ औपचारिकता करने का कोई फायदा नही हालांकि मौजूदा सांसद किरण खेर  ने दो बार अपने चुनावी एजेंडे में कांट्रैक्ट इम्प्लाइज को पक्का करने का वादा भी किया था । परन्तु चंडीगढ़ प्रशासन ने इस पर कोई सकारात्मक कदम अभी तक नहीं उठाया है । दूसरी ओर म्युनिसिपल कारपोरेशन चंडीगढ़ में भी उमा देवी के सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देश के आधार पर हाउस में कांट्रैक्ट इम्प्लाइज को पक्का करने का एजेंडा भी पास करने के बावजूद चंडीगढ़ की अफसर शाही ने मंजूरी नहीं दी है और परसोनल विभाग ने भी पंजाब की नियमतिकरण पालिसी चंडीगढ़ में लागू करने का लिखित में आश्वासन दिया था परन्तु चंडीगढ़ में केंद्र रूल लागू होने से वह भी ठंडे बस्ते में पड़ता दिखाई दे रहा है । 

गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के प्रधान शिवमूरत ने बताया की शिक्षा विभाग में पहले भी कई बार शिक्षकों की भर्तियां की गई पर हर बार नई पोस्ट को स्वीकृत करवा कर सिर्फ उन्ही पोस्टों पर ही भर्तियां की गई जो कि खाली हो । परन्तु विभाग पहली बार ऐसा करने जा रहा है कि नियमित पालिसी के अभाव में इतने परिवारों को उजाड़ने से पहले विभाग और प्रशासन को पुनः विचार करना चहिए ऐसा ना करने पर जल्द गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन चंडीगढ़ के विभिन्न यूनियन के साथ मिलकर गवर्नर हाउस की तरफ कूच कर प्रर्दशन करने को मजबूर होगी।

ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ टीचर्स के महासचिव रणवीर सिंह राणा ने विभाग को कड़ी चेतावनी दी है अगर हमारा एक भी शिक्षक इन भर्तियों से प्रभावित हुआ तो चंडीगढ़ के सभी स्कूलों को बंद कर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की जायेगी और इन सब का जिम्मेदार शिक्षा विभाग और प्रशासन होगा।

ऑल कॉन्टैक्चुअल कर्मचारी संघ भारत चंडीगढ़ के चेयरमैन बिपिन शेर सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन को चाहिए कि उमा देवी के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के आधार पर  म्युनिसिपल कारपोरेशन तथा पड़ोसी राज्यों की तरह कच्चे कर्मचारियों के लिए नीति बना कर उन्हें जल्द पक्का किया जाए ना कि न‌ई भर्तियों की आड में उन्हें निकालने को सोचा जाए।

इन शिक्षकों की मांग है की आने वाले कुछ समय में शिक्षा विभाग द्वारा की जाने वाली शिक्षकों की नई भर्तियों से पहले कांट्रैक्ट व गैस्ट टीचर्स को जिन पोस्ट पर वो पिछले 12 से 22 सालों से काम कर रहे है उनपर उन्हें नियमित किया जाए या उनकी नौकरी को सुरक्षित किया जाए तथा उसके बाद  सिर्फ खाली पोस्टों को भरा जाए ।

वही शिक्षा विभाग में सर्व शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत हजारों शिक्षकों का मंहगाई भत्ता जुलाई 2021 से रुका है, शिक्षा विभाग में कार्यरत सी आर सी तथा यू आर सी की सैलरी में भारी कटौती की गई है साथ मंहगाई भत्ता रोक दिया गया है, एस टी सी शिक्षकों का वेतन में पीछले  नौ सालों से कोई बढ़ोतरी नही की गई है जिससे करमचारियो में भारी रोष है।

 इन शिक्षकों की मांगो के समर्थन करने के लिए ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ टीचर्स  चंडीगढ़,गैस्ट टीचर्स एसोसिएशन, ऑल कांटरैकचुअल  कर्मचारी संघ भारत ,चंडीगढ़, चंडीगढ़, यू टी एस एस फैडरेशन से जुड़ी सभी यूनियन्स जिसमे सी टी यू , एम सी क्लास फोर यूनियन,16 हॉस्पिटल, एडेड कॉलेज यूनियन, स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट यूनियन ने इश्तेहारों में छूट व रैगुलराइजेशन पालिसी पर चंडीगढ़ प्रशासन की विफलता तथा इस बाबत कोई राजनीतिक इच्छा न होने पर इनके साथ मिलकर इस रोष प्रदर्शन में भाग लिया  व भविष्य में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल व गवर्नर हाउस कूच की चेतावनी भी दी ।


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