चण्डीगढ़ : सेक्टर 45 निवासी युवती शिवाली ने मोहाली के सेक्टर-115 में रहने वाले अपने पति अंकुर पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है। इसकी शिकायत महिला ने मोहाली पुलिस को दी, लेकिन महिला का आरोप है कि पुलिस को कॉल करने के बावजूद मौके पर कोई नहीं पहुंचा। शिवाली गोयल ने आज यहां एक प्रेस वार्ता करके बताया कि 11 अगस्त को उसके पति ने नशे में उसके साथ मारपीट करके बालकनी से गिराने की कोशिश की।शिवाली गोयल ने खुलासा करते हुए बताया कि अंकुर उस दिन सुबह 6-30 बजे घर से बाहर गया और लगभग डेढ़ घंटे बाद शराब के नशे में घर लौटा। उस समय उसकी आँखें लाल थी। तब वह अपने मौसा श्रवण कुमार और बाद मे अपने माता-पिता से धीरे से कुछ बात कर रहा था। उसके बाद, उसने मुझे बीच वाली ऊँगली दिखाके धमकी दी कि अब मैं तुझे और तेरे परिवार वालों को फंसाऊंगा और गाली-गलौज करने लगा और कहने लगा कि तुम या पुलिस कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता, चाहे जो मर्जी कर लो। जब मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए फोन उठाया, तो उसने मेरा फोन छीन लिया और मुझे दबोचकर मेरे साथ मारपीट की। इस दौरान उसने मेरे बच्चे को भी धक्का देकर गिरा दिया। मेरी चीख-पुकार पर भी कोई पड़ोसी मदद के लिए नहीं आया।
इस बीच, मौका पाकर शिवाली ने अपने माता-पिता को फोन किया। जब अंकुर मुझे बालकनी से धक्का देने की कोशिश कर डरा धमका रहा था, तब तक उसके माता-पिता वहां आ पहुंचे। अंकुर ने उन्हें भी धक्का दिया और भाग कर रसोई से चाकू लेकर हमला किया। जब वह हमें ज्यादा चोट नहीं पहुंचा पाया, तो उसने खुद को घायल किया और धमकाने लगा कि अब मै तुम सबको फंसाऊंगा। इतने मे मेरे पिता सिक्योरिटी गार्ड को बुलाने गए, जिसके बाद मौका पाकर अंकुर ने मुझपर और मेरी मां पर भी हमला किया और हमारे सिर पर अपने सिर से चोटें पहुंचाईं।
सिक्योरिटी गार्ड और कुछ पड़ोस के लोग तब आये और बीच बचाव किया। मौके पर मौजूद एक लड़की, जो कानून की छात्रा थी, ने एसएचओ को फोन किया और कहा कि वह उनको जानती है और पुलिस बुलाने की बात कही, लेकिन पुलिस मौके पर कुछ घंटों तक नहीं आई। कुछ घंटों बाद उसने हमें सिविल अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी और कहा कि वहीँ से कार्रवाई शुरू होगी और मुझे भी ने पुलिस से फ़ोन कराया और हमें ये बोला गया कि आप सिविल अस्पताल जाये, वही से कार्यवाही होगी।
हमने पुलिस को दिनभर 100, 112, और पंजाब पुलिस कंट्रोल रूम के विभिन्न 01722219211, 01722749002, 01722748100, 0172260042, 01722743272, 01722274014, 01722274007, 01722744100 नंबरों पर कॉल किए, लेकिन कोई मदद नहीं आई। चंडीगढ़ कंट्रोल रूम में भी फ़ोन किया था, जिसका कंप्लेन नंबर 112 1768127 है। उन्होंने भी पंजाब पुलिस को कॉल किया है, पर फिर भी कोई पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। पुलिस की लापरवाही के कारण आरोपी ने सभी सबूत नष्ट कर दिए घर के मालिक की मदद से, जिसने मुझे फ़ोन पर धमकी भी दी कि तुम जानती नहीं हो, तुम किससे पंगा ले रही हो।
पुलिस की ये हरकत प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के नारे की भावना का अपमान है : रूबी गुप्ता
आज प्रेस वार्ता में चण्डीगढ़ भाजपा की उपाध्यक्ष रूबी गुप्ता भी मौजूद थीं, जो एनजीओ वॉयस ऑफ़ वूमन की अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने भी पुलिस की आलोचना करते हुए कहा कि पुलिस की ये हरकत प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के नारे की भावना का अपमान है ओर यदि इस बेटी को न्याय नहीं मिला तो उन्हें सड़कों पर उतरने पर मजबूर होना पड़ेगा।
शादी के तीन महीने में ही पति और ससुराल वालों ने दहेज को लेकर लगातार ताने देने शुरू कर दिए थे
शिवाली ने बताया कि उसकी शादी फरवरी 2020 में हुई थी। शादी के तीन महीने में उसके पति अंकुर गर्ग और ससुराल वालों ने दहेज को लेकर लगातार ताने देने शुरू कर दिए थे और मारपीट भी करने लग गए थे। यहां तक कि मई 2020 में कोविड के दौरान तो रात के समय उसे घर से बाहर भी निकाल दिया था। शारीरिक और मानसिक अत्याचार से बचने और न्याय पाने के लिए उसने पुलिस से मदद मांगी, लेकिन उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की हो रही। इसके बाद उसने मामले में मोहाली एसएसपी के अलावा पंजाब पुलिस के डीजीपी और विजिलेंस को शिकायत दी हुई है। जब शिवाली ने चंडीगढ़ के महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई, तो कुछ शर्तों के साथ एक समझौता करा दिया गया था, जो अभी तक पूरी नहीं की गईं।
इन आरोपों के बारे में जब शिवाली के पति अंकुर से बात की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को निराधार और बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि शिवाली का व्यवहार उनके प्रति बेहद असहनीय व अमानवीय रहता है। उनका रवैया पूरे समय बिल्कुल असहयोग पूर्ण, तालमेलहीन एवं नॉन एडजस्टेबल ही रहा।
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