ईएनटी के असोशीएट कन्सल्टन्ट डॉ. वरिंदा नरूला ने कहा कि कोविड के मरीज अपने मुंह, नाक और आंखों को साफ रखकर ब्लैक फंगस के संक्रमण को रोक सकते हैं, क्योंकि इन अंगों के जरिए बीमारी का संक्रमण शरीर में प्रवेश करता है, उन्होंने कहा कि जिन मरीजों में ब्लैक फंगस का जल्दी पता चला था, वे पारस अस्पताल में सर्जरी के जरिए ठीक हो गए।
डॉ. संजय खन्ना ने कहा कि ब्लैक फंगस अक्सर उन मरीजों पर हमला करता है जिनका मधुमेह नियंत्रण से बाहर है और जो डॉक्टर की सलाह के बिना स्टेरॉयड ले रहे हैं। पारस अस्पताल के जीएम (ऑपरेशन) डॉ. अमरप्रीत सिंह ने कहा कि ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चुनोती भरा है क्यूंकी अक्सर इन मरीजों को कोई न कोई पुरानी बीमारी होती है ।
कोविड से संबंधित काले फंगस के लक्षण और संकेत
- नाक से दुर्गंध आना
- सांसों की बदबू
- नाक, मुंह के अंदर या तालू का बदरंग
- दर्द के साथ या बिना दर्द दांत कांपना
- नाक में खून सहित मोटे रेशों का बनना
- आंखों का लाल होना और पलकों का गिरना
- दृष्टि में कमी
- भारीपन या सिरदर्द
- लगातार खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ
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