पंचकूला, दिसंबर 15 : यदि समाज का प्रत्येक व्यक्ति थोड़ी-सी भी सहायता, जैसे एक मुट्ठी अन्न का दान, करने का संकल्प ले ले, तो सामूहिक प्रयास से कोई भी गरीब या जरूरतमंद भूखे पेट सोने को मजबूर नहीं होगा। यह विचार आपसी सहयोग, करुणा और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को दर्शाता है। यह बात पुरुषोत्तम दास रूंगटा चैरिटेबल ट्रस्ट के फाउंडर एवं समाजसेवी अमिताभ रूंगटा ने इंडस्ट्रियल एरिया, फेज-1 में आयोजित 193वें अन्न भंडारे के दौरान कही।
उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए आवश्यक है कि हम केवल संकल्प तक सीमित न रहें, बल्कि उसे ईमानदारी से निभाएं और नियमित रूप से अन्नदान जैसे मानवीय कार्यों में सहभागिता करें, ताकि भूख जैसी समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सके।
इस भंडारे के सफल आयोजन में ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने सक्रिय भूमिका निभाई और सेवा भावना के साथ पूरे मन से लोगों को भोजन परोसा।
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