चंडीगढ़, 1 फरवरी:चंडीगढ़ नगर निगम की अगले वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए आयोजित विशेष जनरल हाउस मीटिंग में वार्ड नंबर 34 से कांग्रेस पार्टी के पार्षद गुरप्रीत सिंह गाबी ने चर्चा दौरान बजट में प्रस्तावित पानी व सीवरेज सेस से 156 करोड की आमदनी कि मुद्दे को लेकर महापौर सरबजीत कौर से यह सवाल पूछा कि वर्ष 2021-2022 में पानी व सीवरेज सेस से 150 करोड़ की आमदनी अनुमानित थी, जिसको लेकर पानी की दरों में के 3 गुना वृद्धि कर दी गई थी तथा इसके साथ ही बेहताशा सीवरेज सेस भी लगाया गया था, जिस से लोगों के अंदर पहले से ही कमर तोड़ महंगाई और बढ़े हुए करों को ले कर हाहाकार मचा हुआ था। इसके बाद लोगो के विरोध व कांग्रेस पार्टी के लगातार रोष प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने पानी की बढ़ी हुई दरों पर 31/03/2022 तक रोक लगा दी थी। गुरप्रीत सिंह गाबी ने कहा की इसके बाद निगम को पानी के बिलों से 91 करोड़ रुपय वर्ष 2021-2022 में आमदनी हुई थी। उन्होंने महापौर से मीटिंग के दौरान पूछा कि आप ने निगम बजट में अगले साल 156 करोड़ की आमदनी करने का प्रस्ताव रखा है, क्या भाजपा फिर से लोगों के ऊपर पानी के तीन गुना रेट बढ़ा कर पानी से कमाई बढ़ाना चाहती है। गाबी के इस सवाल से निगम सदन में कुछ देर कि लिए सन्नाटा छा गया और उनके इस सवाल का महापौर सहित उनके साथी भजपा पार्षदों को भी कोई जवाब नहीं सूझा।
इसके साथ ही पार्षद गुरप्रीत सिंह गाबी ने महापौर को एक और सवाल किया कि शहर में जो 'काऊ -सेस) से करोड़ों रूपये की आमदनी होती है, उसका उचित इस्तेमाल नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि यह पैसा गोशाला में आवंटित करने कि लिए होता है ताकी गोधन की रक्षा व उनके चारे का उचित प्रबंध किया जा सके। गाबी ने महापौर सरबजीत कौर को अपील की कि वह एक बार शहर की गोशालाओं ख़ास कर इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित गोशाला का निरीक्षण करे व खुद देखे की गोमाता किन बुरे हालातों में रहने को मजबूर हो रही है। वहां पर ना तो चारे की उचित विवस्था है और ना सर्दी में उनके लिए कोई उचित प्रबंध कए गए है। वहां की विवस्था की निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे भी पिछले l लंबे समयं से खराब पड़े है और सफाई विवस्था का तो और भी बुरा हाल है। गाबी ने कहा कि भाजपा के लिए गाय बस एक चुनावी मुदा रह गया है इससे ज्यादा कुछ नहीं। गाबी ने महापौर से शहर की तमाम गौशालाओं कि दशा सुधारने के लिए अपील की।
No comments:
Post a Comment