चंडीगढ़। पंजाब में गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए सरकार की मदद करना पातड़ां, पटियाला के अशोक कुमार को काफी महंगा साबित हुआ है। अभी तक तो वह अस्पतालों में गैरकानूनी तरीके से जन्म से पहले लिंग की जांच करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करवाता था लेकिन अब खुद उस पर पुलिस ने नशा तस्करी का केस दर्ज कर लिया है। अशोक कुमार ने सोमवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि उसे पुलिस ने झूठे केस में फंसाया है।
अशोक ने कहा कि वह पुलिस का इन्फॉर्मर था और गैरकानूनी गतिविधियों की जानकारी देता था। जिसके बाद एक कंपनी स्पीड नेटवर्क एजेंसी पीएनडीटी एक्ट के तहत छापेमारी करती थी। लेकिन इस कंपनी के मालिक रमेश दत्त के साथ उनका विवाद हो गया और रमेश ने पुलिस के साथ मिलकर अशोक को झूठे केस में फंसा दिया।
रमेश दत्त ने 5 जून 2020 को अपनी निजी टीम के साथ अशोक के पटियाला अस्पताल पातड़ां की तीसरी मंजिल पर बनी लैबोरेटरी में छापेमारी की थी जिस दौरान उन्हें नशीली दवाएं मिलीं जोकि उन्होंने खुद ही प्लांट करवाई थी। लेकिन पुलिस ने अशोक की एक न सुनी और उन पर नाजायज केस दर्ज कर दिया। उनकी पत्नी दविंदर कुमारी पर भी केस दर्ज कर लिया गया। जबकि सच्चाई ये है कि जहां से नशीली दवाएं बरामद की है वह अस्पताल अशोक ने बलजीत सिंह को किराए पर दिया हुआ था। रमेश दत्त ने ये सब फ्रॉड इसलिए किया कि इन्फॉर्मर अशोक के बनते लाखों रुपए मारकर उसे उल्टा फंसाया जाए।
अशोक ने बताया कि स्पीड नेटवर्क एजेंसी की ओर से पंजाब में कई और स्थानों पर अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी करके नाजायज लाखों रुपए बटोर लिए गए हैं। कंपनी की इस झूठी कार्रवाई के तहत अशोक को 16 महीने की नाजायज जेल भी कटनी पड़ी। अशोक ने गुजारिश कि इस मामले की इंडिपेंडेंट एजेंसी द्वारा जांच करवाई जाए ताकि पीएनडीटी एक्ट के तहत कैसे रमेश दत्त गोरखधंधे से करोड़ों की धांधली कर रहा है उसकी जांच हो व अशोक पर हुआ नाजायज पर्चा खारिज करके उसे न्याय दिलाया जाए।
MEMORANDUM COPY
मुख्यमंत्री चरनजीत चन्नी
कापी - एडीजीपी पंजाब चंडीगढ़
हेल्थ मिनिस्टर पंजाब
विषय : पंजाब पुलिस व हेल्थ विभाग द्वारा नाजायज केस में फंसाने संबंधी
श्रीमान
में अशोक कुमार पातड़ां निवासी इनफॉर्मर पीएनडीटी एक्ट पंजाब सरकार
आपके ध्यान में ला रहा हूँ, कि पंजाब सरकार द्वारा अप्वाइंट की गई स्पीड नेटवर्क एजेंसी के मालिक रमेश दत्त ने 5 जून 2020 को अपनी निजी टीम के साथ पटियाला अस्पताल पातड़ां में छापेमारी की थी जिस दौरान नशीली दवाएं प्लांट करके के अशोक कुमार व दविंदर कुमारी पर नाजायज पर्चा दर्ज करवा दिया गया , जबकि सच्चाई यह है कि जहां से नशीली दवाएं बरामद की है वह अस्पताल में ने बलजीत सिंह को किराए पर दिया हुआ है , इसका एफिडेविट सलंग्न है । रमेश दत्त ने ये सब फ्रॉड इसलिए किया कि मेरे बनते लाखों रुपए मारकर मुझे उल्टा फंसा दिया ।
जबकि स्पीड नेटवर्क एजेंसी की ओर से पंजाब में कई और स्थानों पर अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी करके नाजायज लाखों रुपए बटोर लिए गए। इस कड़ी में मेरे सेंटर पर भी छापा मारा गया जिसकी वजह से मुझे 16 महीने की नाजायज जेल भी कटनी पड़ी । इस कारण मेरी गुजारिश है कि इस मामले की इंडिपेंडेंट एजेंसी द्वारा जांच करवाई जाए वह मुझे न्याय दिलाया जाए।
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